पानीपत: पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. पानीपत में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को घसीटकर डंडे से पीटा. जिस समय पुलिस महिलाओं को पीट रही थी, वहां कोई भी महिला पुलिस कर्मी मौजूद नहीं थी. इस दौरान थाना प्रभारी भी महिलाओं से भिड़ते हुए नजर आए. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस असली मुजरिम को नहीं पकड़ रही है, केवल खानापूर्ति कर रही है.
जांच में जुटी पुलिस
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि पुलिस का काम तफ्तीश करना है. वो पुलिस कर रही है. इसमें 3 लोगों को पकड़ लिया है. बीते दिन पुलिस तफ्तीश के लिए गई था, जहां पर महिलाएं और स्थानीय लोग इक्कठा हो गए. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने अपनी जान बचाते हुए ये करना पड़ा.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी पुलिसकर्मी ने महिलाओं के बाल नहीं पकड़े, लेकिन कैमरे में जो तस्वीर कैद हुई हैं उनमें पुलिस महिलाओं को पीटती नजर आ रही है. जिस समय महिलाओं को पीटा जा रहा था उस समय कोई भी महिला मौजूद नहीं थी.
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घटना 6 मई की है, जब उझा रोड स्थित साईं कॉलोनी में 23 साल के ऑटो चालक को तीन युवकों ने बुरी तरह पीट दिया था. घायल अवस्था में स्थानीय लोगों ने उसे सामान्य अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर तीन युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. उसी मामले में शुक्रवार को पुलिस तफ्तीश के लिए गई थी.