पानीपत: हरियाणा के पानीपत में 14 जनवरी को शौर्य दिवस मनाया जाएगा. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के लोग शामिल रहेंगे. इसके अवाला हरियाणा के सीएम में कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. बता दें कि 14 जनवरी को मराठी लोग पानीपत के काला अम्ब में शौर्य दिवस मानते हैं. बता दें कि इस कला अंब से मराठों की पुरानी कहानी जुड़ी है. दरअसल हरियाणा राज्य पौराणिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत गौरवमयी रहा है.
महाभारत की लड़ाई, गीता के उपदेश से लेकर पानीपत की तीन लड़ाई ऐसी ही ना जाने कितने किस्से कहानियां हैं. जिनके बारे में शायद बहुत ही कम लोगों को पता है. दरअसल हम बात कर रहे हैं पानीपत के काला अंब की. बताया जाता है कि इस पेड़ को काटने पर इसमें से खून निकलता है. इस काला अंब की कहानी पानीपत के तीन युद्धों से जुड़ी है. पानीपत से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर एक काला अम्ब युद्ध स्मारक बनाई गया है.
इस जगह का नाम काला अम्ब एक आम के पेड़ के कारण पड़ा. बताया जाता है कि 1761 में जब अहमद शाह अब्दाली और मराठों के बीच तीसरा युद्ध लड़ा गया, तो वो इसी स्थान पर लड़ा गया था. उस वक्त यहां आम का विशालकाय पेड़ हुआ करता था. इतिहासकारों की मानें तो जब यहां अहमद शाह अब्दाली और मराठों का युद्ध हुआ, तो लगभग 30 हजार मराठा सैनिक इस युद्ध में मारे गए.