ये है हरियाणा की आत्मनिर्भर पंचायत, विकास कार्यों के लिए नहीं लेती सरकार से बजट पानीपत: हरियाणा में पानीपत जिले के बाल जटान गांव की पंचायत ने आत्मनिर्भर बन दूसरी पंचयातों के लिए मिसाल पेश की है. ग्रामीणों का दावा है कि इस गांव की पंचायत प्रदेश में सबसे अमीर और आत्मनिर्भर पंचायत है. इस पंचायत को गांव के विकास के लिए किसी सरकारी बजट की आवश्यकता नहीं पड़ती, क्योंकि इस पंचायत के पास पहले से ही करोड़ों रुपये का बजट मौजूद है, जो यह गांव के विकास कार्य पर खर्च करती (development work in panipat) है.
पानीपत के गांव बाल जटान की आबादी लगभग 5 हजार है. इस गांव में लगभग 2500 वोटर हैं. बाल जटान गांव की पंचायत के पास लगभग 400 एकड़ पंचायती जमीन है. इस जमीन से पंचायत को सालाना 2 करोड़ रुपये का मुनाफा होता है. पंचायती जमीन को ठेके पर खेती के लिए दिया जाता है. जिससे पंचायत फंड में मुनाफा आता है. ग्रामीणों का दावा है कि बाल जटान गांव की पंचायत के खाते में लगभग 130 करोड़ रुपये जमा हैं.
पानीपत के गांव बाल जटान में साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था है. इस रकम का का सालाना ब्याज ही 6 करोड़ रुपये आता है. यही नहीं ग्राम पंचायत की बहुत सी जमीन साथ लगती रिफाइनरी ने खरीद ली थी. जिसके चलते 100 करोड़ रुपये का मुनाफा भी हुआ था. यही कारण है कि बाल जटान गांव पंचायत सबसे अमीर पंचायत में शामिल (Bal Jatan village of Haryana) है और इसे किसी बजट की जरूरत नहीं पड़ती है.
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गांव में जिस तरह की मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए, वो सारी सुविधा यहां उपलब्ध है. कोरोना काल के समय में इस ग्राम पंचायत ने हरियाणा सरकार को 10 करोड़ 50 लाख रुपये मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में भी दिए थे. बता दें कि बाल जटान गांव ने कई साल से सरकार से कोई बजट की मांग नहीं की है. नाममात्र का बजट ही सरकार खुद ही विकास कार्यों पर यहां खर्च करती (Atmanirbhar Gram Panchayat in Panipat) है.