पानीपत:पानीपत में चीनी मिल में 63वां पिराई का सत्र आज से शुरू हो गया है. इसकी शुरूआत सांसद संजय भाटिया और पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा ने की.
पानीपत शुगर मिल में पिराई का सत्र शुरू
एसएमएस से पर्ची की सूचना मिलते ही किसान मिल में गन्ने की ट्रॉली लेकर पहुंच गए. गन्ने से भरी कई ट्रॉली मिल में पहुंची. इस मिल में 18 हजार क्विंटल प्रतिदिन गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया है. ये शुगर मिल लगभग पांच महीने तक चलेगी.
पानीपत में 63वां गन्ना पिराई का सत्र शुरू, देखें वीडियो 28 लाख क्विंटल गन्ना पिराई का लक्ष्य
पिछली बार मिल में 25 लाख 56 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई की गई थी, जबकि इस सत्र में 28 लाख क्विंटल गन्ना पिराई का लक्ष्य रखा गया है और जिले में 55 लाख क्विंटल गन्ना पिराई के लिए खड़ा है. ज्यादा गन्ना होने के कारण किसानों की परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
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मशीनरी की बढ़ेगी समस्या
आपको बता दें कि हर साल की तरह पानीपत क्षेत्र के किसान मिल की पिराई क्षमता बढ़वाने की लगातार मांग करते रहे हैं. इसको लेकर प्रदेश सरकार ने नए मिल के निर्माण का काम शुरू किया है, लेकिन अभी इस काम को पूरा होने में कुछ महीने लगेंगे. जिसके कारण किसानों को पानीपत के मिल में ही गन्ना पिराना पड़ेगा.
63 साल से सेवाएं दे रहा ये शुगर मिल
आपको बता दें कि पानीपत का यह शुगर मिल 1956 में रुस के सहयोग से बना था और 1957 में पहली बार इस मिल में गन्ना पिराई का काम शुरू हुआ था. इस साल का पिराई सत्र पानीपत शुगर मिल का आखिरी सत्र होगा. अगले साल से डाहर गांव में पिराई सत्र की शुरूआत होगी.