पानीपत: कोरोना महामारी के बाद अब पानीपत में ब्लैक फंगस (Black Fungus Panipat) के मामले भी बढ़ने लगे हैं. जिसके कारण मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग पानीपत (Health Department Panipat) भी अलर्ट हो गया है. विभाग ने शुक्रवार को सेक्टर-29 में ब्लैक फंगस के बारे जागरुकता कैम्प लगाया.
ये भी पढ़ें- आंख और दिमाग पर होता है ब्लैक फंगस का असर, नेत्र चिकित्सक से जानें किन लोगों पर करता है ज्यादा अटैक
रेड क्रॉस पानीपत (Red Cross Panipat) की ओर से प्रोजेक्ट मैनेजर सुदेश रानी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के बाद अब पानीपत में भी ब्लैक फंगस के मामले बढ़ने लगे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग ने फैक्ट्री एरिया में जाकर मजदूरों के लिए जागरूकता कैम्प लगाया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हो सकें.
पानीपत में ब्लैक फंगस के मिले 20 संदिग्ध मरीज, दो की मौत बता दें कि पानीपत में ब्लैक फंगस के 20 से ज्यादा संदिग्ध मामले आ चुके हैं. ब्लैक फंगस के कारण 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है. इसके फैलने के कारणों व बचाव के बारे जानकारी होना अति आवश्यक है.
क्या होते हैं ब्लैक फंसग के लक्षण?
स्वास्थ्य विभाग ज्यादा से ज्यादा लोगों को ब्लैक फंगस के बारे जागरूक कर रहा है. लक्षण दिखाई देने पर मरीज तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. गाल में सूजन, आंख में सूजन, सिर में दर्द आदि इस तरह के लक्षण मिलने पर तुरन्त जांच करवा लेनी चाहिए. समय पर इलाज मिलने से मरीज की जान बचाई जा सकती है.
ये भी पढ़ें- ब्लैक फंगस से कैसे बचना है और क्या होते हैं इसके लक्षण? यहां जानिए इस बीमारी से जुड़ी हर जानकारी
बता दें कि हरियाणा सरकार ने 15 मई को ब्लैक फंगस को महामारी (Black Fungus epidemic Haryana) घोषित कर दिया था. जिसके बाद से ब्लैक फंगस का मरीज मिलने के बाद डॉक्टर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे. पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रोहतक के वरिष्ठ चिकित्सक कोरोना से निपटने वाले प्रदेश के सभी डॉक्टरों के साथ इसके इलाज को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे.