पंचकूला: लॉकडाउन की वजह से कई गरीब परिवार ऐसे हैं जिनके घर में ना जाने कितने दिनों से चुल्हा नहीं जला है. ऐसे परिवारों के घर कई समाजिक संस्थाएं और प्रशासन की ओर से खाना भी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो ना सिर्फ जमाखोरी कर रहे हैं बल्कि सरकार की ओर से दी जाने वाली मदद का भी गलत फायदा उठा रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला पंचकूला से सामने आया हैं. जहां अभयपुर गांव की रहने वाली महिला ने जिला बाल कल्याण विभाग को फोन पर कहा कि उसके घर में खाने को कुछ नहीं है. उसके बच्चे दो दिनों से भूखे हैं. महिला के फोन के बाद जिला बाल कल्याण अधिकारी भगत सिंह महिला के घर पहुंचे. इसके बाद अधिकारियों ने जो देखा उससे सभी के होश उड़ गए.
कहीं खाने की हो रही बर्बादी तो कुछ कर रहे राशन इकट्ठा दरअसल, महिला के घर में राशन प्रयाप्त मात्रा में मिला. महिला के घर में आलू, प्याज, आटा, चावल और मसाले सभी प्रयाप्त मात्रा में भरे पड़े थे. वहीं जब अधिकारियों ने महिला से घर में रखे राशन पर सवाल किया तो महिला अधिकारियों पर ही बरस गई.
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वहीं मामले को लेकर जब एसडीएम धीरज चहल से बात की गई तो उनका कहना था कि फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि अगर घर पर खाना नहीं होने की सूचना मिलती है तो इस पर पहले अधिकारी घर में जाकर पता लगाने की कोशिश करके हैं, जिसके बाद ही घर पर राशन पहुंचाया जाता है.