पंचकूलाःदेश और दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. हालांकि इसे रोकने के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है. सरकार और डॉक्टर्स हर संभव प्रयास भी कर रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक, कोरोना वायरस का संक्रमण रेस्पिरेट्री सिस्टम से जुड़ा हुआ है, इसलिए कोरोना का खतरा उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जिन्हें रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी बीमारी यानी की अस्थमा हो. अस्थमा मरीजों से जुड़े इन सवालों को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पंचकूला के क्षय एवं श्वसन रोग विशेषज्ञ राजेश कुमार से बातचीत की.
डॉक्टर्स का कहना है कि अस्थमा मरीजों को कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है. जो लोग सांस से जुड़ी बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें कोरोना से कितना खतरा है और क्यों? आइए पंचकूला के डॉक्टर राजेश कुमार से जानतें हैं.
डॉक्टर्स से जानें, अस्थमा मरीजों के लिए कितना घातक कोरोना वायरस? सवालः अस्थमा मरीजों के लिए कितना घातक कोरोना वायरस?
जवाबःक्षय एवं श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण अस्थमा के एक्यूट अटैक आ सकते हैं. उन्होंने बताया कि जब भी मौसम में बदलाव होता है तो अस्थमा के मामले बढ़ जाते हैं, लेकिन अगर अस्थमा के मरीज समय पर दवाई, इन्हेलर लेते रहें और समय पर इलाज करवाते रहें, तो जितना आम आदमी को कोरोना से खतरा है उतना ही खतरा अस्थमा के मरीजों को है.
सवालः अस्थमा मरीजों पर कितने दिन तक रहता है वायरस का असर?
जवाबःडॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि अस्थमा के मरीज, हाइपरटेंशन के मरीज या वो मरीज जो पहले से ही बीमार है अगर उन्हें कोरोना हो जाता है तो उनमें मौत का खतरा ज्यादा होता है. इसलिए अस्थमा मरीज लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है. क्योंकि अस्थमा रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी बीमारी होती है और कोरोना का संक्रमण भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को अटैक करता है. इसके लिए कोई सटीक समय तो नहीं है पर सावधान रहने की जरुरत जरुर है.
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सवालः अस्थमा मरीजों में कोरोना के कैसे लक्षण पाए जाते हैं?
जवाबःडॉक्टर्स के मुताबिक अगर किसी को सिर्फ अस्थमा है तो सांस में सीटी बजना, सांस का फूलना और थोड़ा सा भी चलने से सांस बहुत ज्यादा फूलना आदि लक्षण होते हैं. डॉ. राजेश ने बताया कि अगर इसके साथ अस्थमा के मरीज को कोरोना वायरस हो जाए तो अस्थमा मरीज का बहुत ज्यादा सांस फुलेगा, बात करना मुश्किल हो सकता है और इसके साथ-साथ बुखार भी रहेगा. अगर अस्थमा के मरीज में इस प्रकार के लक्षण होते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
सवालः अस्थमा मरीजों के लिए क्या हैं जरूरी हिदायतें?
जवाबःअस्थमा पेशेंट्स के लिए डॉक्टर्स का कहना है कि, कोरोना वायरस बहुत जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए अस्थमा मरीज लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है. इसलिए अस्थमा पेशेंट्स को इस समय बाहर निकलने व संक्रमित लोगों के आसपास जाने से बचना चाहिए, या फिर अगर बाहर निकलना बहुत जरुरी है तो बचाव के निर्देशों का पालन करें. जैसे मास्क, सैनिटाइजर और हैंड ग्लब्स जरूर पहनें. इसके अलावा ये भी ध्यान रखना है कि अस्थमा मरीज अपनी दवाइयों को निरंतर लेते रहें.