पंचकूला:गांव कंबोपुरा के पूर्व सरपंच कर्म सिंह द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान आरोपी व पूर्व सीपीएस जिले राम शर्मा, आरोपी व पूर्व परिवहन मंत्री ओपी जैन और ओपी जैन का पीए आरोपी राजेंद्र कोर्ट में पेश हुए.
मामले की अगली सुनवाई 27 सितंबर को
बचाव पक्ष वकील अनिल कौशिक ने बताया कि कम्बोपुरा गांव के पूर्व सरपंच द्वारा आत्म हत्या किए जाने का मामला सीबीआई कोर्ट में लगा हुआ था. बताया कि सुनवाई में आज दो गवाहों के बयान दर्ज हुए है. वकील ने बताया की जिन दो गवाहों के बयान दर्ज हुए उनमे से एक गवाह का नाम लोकेश दत्त है, वहीं दूसरे का नाम सुल्तान सिंह है जोकि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर है. बचाव पक्ष वकील ने बताया कि मामले की अगली सुनवाई अब 27 सितंबर को होगी जिसमें मामले से जुड़े अन्य गवाहों के बयान दर्ज किये जाएंगे.
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क्या है कम्बोपुरा सरपंच आत्महत्या मामला?
6 जून 2011 को कंबोपुरा के पूर्व सरपंच कर्म सिंह ने पानीपत के एसपी को शिकायत दी थी. शिकायत में कहा गया था कि तत्कालीन विधायक ओमप्रकाश जैन और राजेंद्र शर्मा ने उनके पुत्र की नौकरी लगवाने के लिए उनसे तीन लाख रुपये लिए थे. जिसके बाद जब नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने पैसे वापस मांगे, लेकिन ओपी जैन ने उन्हें मना कर दिया.
इसके बाद पूर्व सरपंच ने इस बात की शिकायत पुलिस को दी. जिसके बाद ही करम सिंह ने आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या उकसाने का आरोप विधायक ओपी जैन और राजेंद्र शर्मा पर लगा था. इसके बाद ये मामला हाई कोर्ट पहुंचा और हाई कोर्ट ने इसे विशेष सीबीआई अदालत को दे दिया.
जब हरियाणा पुलिस ने आरोपी को दी थी क्लिन चिट
हरियाणा पुलिस द्वारा जैन और राम शर्मा को क्लीन चिट देने के विरोध में सीबीआई जांच की मांग को लेकर कर्म सिंह के परिजनों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने जांच के बाद चार अक्तूबर 2012 को मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद से यह मामला चल रहा है.