पंचकूला:रंजीत मर्डर केस में शनिवार को पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में सुनवाई हुई. आज सुनवाई के दौरान फाइनल बहस शुरू होनी थी, जो नहीं हो पाई. वहीं आज सुनवाई में बचाव पक्ष की ओर से एक याचिका भी लगाई गई.
जज बदलने के लिए लगाई याचिका
बचाव पक्ष की ओर ये याचिका में कहा गया कि वो सुनवाई कर रहे जज से आगे सुनवाई नहीं कराना चाहते हैं. याचिका में जज को बदलने की मांग की गई. वहीं कोर्ट ने सीबीआई से दायर की गई याचिका पर जवाब मांगा है. सीबीआई की ओर से बचाव पक्ष की याचिका पर अब 10 दिसंबर को जवाब दिया जाएगा. सीबीआई के जवाब के बाद ही ये पता चल पाएगा की मामले की सुनवाई कर रहे जज को बदला जाएगा या फिर नहीं.
रंजीत हत्याकांड मामले का जज बदले की मांग. 10 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई
बता दें कि शनिवार को रंजीत मर्डर केस में सुनवाई हुई. जेल में बंद गुरमीत राम रहीम और कृष्ण वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोर्ट में पेश हुए. वहीं बाकी आरोपी प्रत्यक्ष रूप से कोर्ट में पेश हुए. अब मामले की अगली सुनवाई 10 दिसंबर को होगी. जिसमें सीबीआई की ओर से बचाव पक्ष की याचिका पर जवाब दिया जाएगा. साथ ही आखिरी बहस भी शुरू की जाएगी.
क्या है रंजीत मर्डर केस?
10 जुलाई 2002 को डेरे की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रंजीत सिंह की हत्या की गई थी. डेरा प्रबंधन को शक था कि रंजीत ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी. पुलिस जांच से असंतुष्ट रंजीत के पिता ने जनवरी 2003 में हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी.
2003 में ये मामला सीबीआई के पास आया था. मामले में कुल 6 आरोपी हैं. जिसमें से एक आरोपी का नाम सबदिल, दूसरे का नाम जसवीर, तीसरे का नाम अवतार, चौथे का नाम इंद्रसेन है, जिसकी उम्र करीब 87 साल है जो हाजिरी माफी पर है. वही पांचवे आरोपी का नाम कृष्ण है. जो पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में सजा काट रहा है. वहीं छठा आरोपी गुरमीत राम रहीम है, जो फिलहाल पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले और साध्वी यौन शोषण मामले में सजा काट रहा है.