हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

निजी अस्पतालों पर शिकंजा, मनमानी वसूली पर बिलों की जांच कराएगी हरियाणा सरकार - हरियाणा निजी अस्पताल बिल ज्यादा चार्ज

विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस मामले की जांच कर रही कमेटी को कहा गया है कि सभी बिलों की गंभीरता से जांच करें. जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

haryana privates hospital overcharging
मनमानी वसूली करने वाले निजी अस्पतालों की खैर नहीं!

By

Published : May 20, 2021, 3:17 PM IST

Updated : May 20, 2021, 3:30 PM IST

पंचकूला:कोविड-19 को लेकर बनाई गई मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक गुरुवार को पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई. मॉनिटरिंग कमेटी की मीटिंग की अध्यक्षता हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने की. निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से की गई ओवरचार्जिंग की शिकायतों पर बैठक में चर्चा हुई.

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी एक पत्र लिखा है. इस मामले में जांच कर रही टीम के सदस्य बी बी सिंगल ने कई संगीन तथ्य सामने रखे हैं. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में उपचार के दौरान मरीजों को दिए गए बिल की जांच की जा रही है और साथ ही जिन मरीजों का उपचार किया गया है उनसे भी बात की जा रही है.

मनमानी वसूली करने वाले निजी अस्पतालों की खैर नहीं!

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सभी तथ्यों की गंभीरता से जांच करने के बाद इन मामलों में कार्रवाई की जाएगी. आईएमए के डॉक्टर राजीव आर्य से भी निजी अस्पतालों द्वारा ओवरचार्जिंग करने के मामले में चर्चा की गई है और राजीव आर्य ने कहा है कि जल्द ही वो आईएमए की टीम के साथ इस मामले को लेकर चर्चा करेंगे.

ये भी पढ़िए:महामारी में मुनाफाखोरी! रेट तय करने के बाद भी मरीजों से मनमानी वसूली कर रहे निजी अस्पताल

ज्ञानचन्द गुप्ता ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में मानवता के आधार पर गरीब कोरोना मरीजों का उपचार होना चाहिए, लेकिन ऐसे में कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां मानवता को छोड़कर पैसे को मुख्यता देकर मौके का लाभ उठाने के लिए कुछ लोग काम कर रहे हैं, जो बहुत ज्यादा निंदनीय है.

ये भी पढ़िए:गुरुग्राम में होम डिलीवरी वाले ऑक्सीजन सिलेंडरों के रेट तय, जानें बी और डी टाइप के नए दाम

विधानसभा स्पीकर ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को उन्होंने पत्र लिखा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इस मामले की जांच कर रही कमेटी को कहा गया है कि सभी बिलों की गंभीरता से जांच करें. जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

Last Updated : May 20, 2021, 3:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details