पंचकूला: किसान आंदोलन को लेकर पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच हुई नोंझौंक का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने बयान देते हुए कहा है कि पड़ोसी राज्य होने के नाते आपस में सौहार्द बना रहना चाहिए, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री या मंत्री को एक दूजे की मान मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए और किसी भी गंभीर स्थिति में एक दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यदि किसी मुख्यमंत्री ने बातचीत करने का प्रयास किया है तो बातचीत होनी चाहिए, क्योंकि हमारी समस्याएं एक दूसरे से मिलती जुलती है. उन्होंने कहा कि हो सकता है अगर बातचीत पहले ही हो जाती तो ये समस्या आज सामने ना आती.
हरियाणा-पंजाब सीएम विवाद पर बोले ज्ञानचंद गुप्ता, पड़ोसी राज्यों में सौहार्द बना रहना जरूरी वहीं दूसरीतर ज्ञानचंद गुप्ता ने किसानों के आंदोलन को लेकर कहा कि किसी भी विषय को लेकर कोई भी डेड लॉक होता है तो उसका समाधान टेबल पर बैठ कर बातचीत से होगा. उन्होंने कहा कि इस किसान आंदोलन में राजनीति और असामाजिक तत्वों के होने की खबर सामने आ रही है और कुछ लोग इस आंदोलन की आड़ में राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है.
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उन्होंने कहा कि किसानों को जो भी समस्या है उसका समाधान टेबल पर बैठकर बातचीत से ही होगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया भी है और किसानों की समस्या का समाधान सिर्फ बातचीत से ही निकलेगा.