पलवल: लिंगानुपात के मामले में पलवल जिला हरियाणा में पहले नंबर पर आ चुका है. जिले में अब एक हजार लड़कों पर 946 लड़कियों ने जन्म लिया है. पलवल सिविल सर्जन ने कहा कि हरियाणा सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटी के जन्म को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाओं को चलाया हुआ है. उन योजनाओं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सक्रियता की वजह से ही पलवल में लिंगानुपात में लगातार सुधार हो रहा है. सरकार ने सुकन्या योजना, लाडली बेटी सहित तमाम तरह की योजनाएं चलाई हुई हैं.
स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक कई तरह की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही हैं. इसके अलावा पलवल स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिंग की जांच करवाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर उन पर कार्रवाई कर रही है. गुप्त सूचना के आधार पर पलवल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा केवल पलवल में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश तक छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. जिससे कि लिंगानुपात में और भी सुधार हो सके.
जिला सिविल सर्जन की माने तो उनका लक्ष्य है कि पलवल में 1000 लड़कों के मुकाबले 1000 लड़कियां ही जन्म लें. बता दें कि पलवल जिले के हथीन विधानसभा क्षेत्र का गांव घुड़ावली लिंगानुपात के मामले में पूरे प्रदेश में सबसे ऊपर है. इस गांव में 1000 लड़कों के मुकाबले 1311 लड़कियों ने जन्म लिया है. जल्द ही इस गांव की तीन मेधावी छात्राओं को बेस्ट विलेज अवॉर्ड स्कीम के तहत जिला प्रशासन की तरफ से 1 लाख 50 हजार रुपये की राशि के चेक वितरित करके सम्मानित किया जाएगा.