पलवल: हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की महत्वाकांक्षी परियोजना बाल सलाह परामर्श और कल्याण केन्द्रों की स्थापना के अन्तर्गत पलवल जिले के गोलया प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल में जिले का पहला और राज्य का 53वां केन्द्र स्थापित किया गया. इस दौरान राज्य बाल कल्याण परिषद के नोडल अधिकारी अनिल मलिक मौजूद रहे.
केन्द्र स्थापना के मौके पर किशोरावस्था के बच्चों हेतु जीवन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का महत्व और बच्चों को बाल शोषण से कैसे बचाया जाएगा ? विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य वक्ता राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि जीवन जितना सरल और सीधा नजर आता है, उतना होता नहीं है. जीवन हमेशा अच्छा रहे यह मुमकिन नहीं है. इसलिए जीवन में संघर्ष और विपरीत परिस्थिति में डटे रहना पड़ेगा और उसके लिए जीवन कौशल प्रशिक्षण जरूरी है.
जीवन के संघर्ष के लिए सकारात्मक व्यवहार जरूरी ज्ञान है. यह सीख एक पत्थर से भी ली जा सकती है, जो सख्त होते हुए भी नरम गुणशील प्रेरक होता है. आज इंटरनेट स्मार्टफोन का जमाना है, बच्चों को कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण देना पड़ेगा. सामाजिक कौशल, चिंतन कौशल, भावनात्मक भाषा कौशल व्यवहार, आत्म और कुशल नेतृत्व कौशल सबको सीखना होगा.
अनिल मलिक, नोडल अधिकारी, राज्य बाल कल्याण परिषद अनिल मलिक ने कहा कि आज के वातावरण में नकारात्मकता फैली हुई है. कुशलतापूर्वक मनोवैज्ञानिक मनोस्थिति को समझते हुए बच्चों को सही ज्ञान देना होगा. सामाजिक संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों को सरकार की कार्ययोजनाओं में कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा. खुद पहल करनी पड़ेगी. बच्चों का उत्थान और सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है, जब हम सब मिलकर अपने-अपने स्तर पर निरन्तर प्रयास करेंगे.