पलवल: पलवल नगर परिषद द्वारा नूंह सड़क मार्ग पर डंपिंग जोन बनाया जा रहा है. इस डंपिंग जोन को घारम पट्टी की कृषि योग्य सवा तीन एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है. इसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. पलवल नगर परिषद के डंपिंग जोन का विरोध कर रहे ग्रामीण शुक्रवार को एकत्रित होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने एसडीएम रणवीर सिंह को इस संबंध में ज्ञापन सौंपकर नगर परिषद द्वारा बनाए जा रहे डंपिंग जोन के कार्य को रुकवाने की मांग की.
जानकारी के अनुसार घारम पट्टी के ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि उनकी सवा तीन एकड़ निजी कृषि भूमि नूंह होडल सड़क मार्ग पर है. इस भूमि को ग्रामीणों ने प्याऊ धर्मार्थ छोड़ी है, जिसके साथ ही हनुमान जी और प्राचीन दुर्गा मां के मंदिर बने हुए हैं. इस भूमि के पास ही धान मिल, पेट्रोल पम्प व नमकीन की फैक्ट्री के अलावा आसपास घनी आबादी भी बसी हुई है.
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इन सभी मंदिरों पर हमेशा साधु संत रहते हैं और प्रतिदिन सैंकड़ों महिला पुरुष श्रद्धालु मंदिरों में भगवान के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. शनिवार और मंगलवार के दिन तो आसपास के गांवों से भी सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण श्रद्धालु मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उपरोक्त जमीन डीपीटी अधिकारी के माध्यम से आर जोन में लगती है और इस भूमि का मामला अदालत में भी विचाराधीन है.
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अब नगर परिषद ने 30 मई से शहर से निकला हुआ कचरा इस भूमि पर डालना शुरु कर दिया है. यहां डाले जा रहे कचरे के ढेर से जहां मंदिरों की पवित्रता भंग होगी तो वहीं श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी. इसके अलावा कचरे से निकलने वाली दुर्गंध से लोगों का जन जीवन भी प्रभावित होगा और क्षेत्र में बीमारी फैलने का खतरा बना रहेगा. ग्रामीणों ने एसडीएम से मांग की है कि इस भूमि पर नगर परिषद द्वारा बनाए जा रहे डंपिंग जोन को किसी अन्य स्थान पर बनाया जाए. ज्ञापन लेने के बाद एसडीएम रणवीर सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वह उनकी समस्या से उच्च अधिकारियों को अवगत करा देंगे.