पलवल: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद किसान बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. एक तरफ जहां कई किसान दिल्ली बॉर्डर से वापस जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान संगठनों द्वारा इस उपद्रव को सोची समझी साजिश बताया जा रहा है.
किसान नेता मांगेराम ने कहा कि ट्रैक्टर परेड के दौरान पुलिस ने किसानों पर लाठियां भांजी और कई ट्रैक्टरों को पंचर कर क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान कई किसानों को गंभीर चोटें आई हैं. सरकार को ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
दिल्ली उपद्रव पर बोले किसान- कुछ लोगों ने सरकार की साजिश कामयाब की उन्होंने कहा कि ये सरकार की सोची समझी साजिश थी कि पलवल से लोगों को सीकरी बॉर्डर तक जाने दिया जाए और बीच रास्ते में रोककर निहत्थे किसानों पर लाठियां भांजी जाएगा.
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वहीं लाल किले पर फहराए गए झंडे पर उन्होंने कहा कि देश का जो भी राष्ट्रवादी व्यक्ति है वो इसका कड़ा विरोध करेगा. वो भी इसके खिलाफ हैं. जिन्होंने झंडा फहराया है, वो किसान नहीं हो सकते. उन्होंने ऐसा कर सरकार की साजिश को कामयाब करने का काम किया है.