पलवल: पलवल के नेशनल हाइवे-19 पर चल रहे किसानों के धरने को हर वर्ग का समर्थन मिलता जा रहा है. जिससे किसानों का धरना प्रदर्शन मजबूत हो रहा है. किसान कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग पर अडे हैं तो वहीं सोमवार को किसानों ने धरना स्थल पर अपने-अपने गावों में भाजपा के मंत्रियों और विधायकों को सरकारी कार्यक्रम नहीं करने देने का प्रस्ताव हाथ उठाकर पास किया.
पलवल: नेशनल हाइवे-19 पर चल रहे किसानों के धरने में शामिल हुए पूर्व विधायक उदयभान इस आंदोलन में अब तक अलग-अलग पालों व गावों के लोग धरने पर समर्थन देने पहुंच रहे थे. सोमवार को होडल से पूर्व विधायक उदयभान एससी समाज के सैकडों लोगों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे. उन्होंने किसानों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. धरना स्थल पर पूर्व विधायक उदय भान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के साथ पूरी तरह से दलति समाज भी है. किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. केंद्र सरकार को ये तीन कृषि कानून वापस लेने ही होंगे. ये किसान आंदोलन 36 बिरादरी के लोगों का है.
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किसानों के धरने पर रोजाना अलग-अलग गावों से हजारों किसान पहुंच रहे हैं. रात के समय यहां 52 पालों में से एक पाल के प्रधान के साथ सैकडों की संख्या में किसान ठहरते हैं. दूसरे दिन फिर हजारों किसान धरने पर पहुंचते हैं. सोमवार को धरना स्थल पर किसानों ने कुछ प्रस्ताव भी पारित किये.
- आने वाले दिनों में भाजपा के मंत्रियों, सांसदों व विधायकों को लोग अपने-अपने गावों में कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं करने देंगे.
- यदि कोई कार्यक्रम होता भी है तो उनका काले झंडों के साथ या सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर किसान विरोध करेंगे.
- ये भी प्रस्ताव सर्व सम्मति से पास किया गया कि जो भी व्यक्ति किसान आंदोलन में साथ नहीं दे रहा है या किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं कर रहा है आने वाले समय में वो पंचायत के मेंबर से लेकर सरपंच, विधायक या लोकसभा चुनाव लड़ता है तो किसान और समाज के लोग उनका भी बहिष्कार करेंगे.
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