पलवल: हथीन का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहा है. स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयों का टोटा चल रहा है. हालात ये है कि स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार करने के लिए पहुंच रहे मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है. जिसके चलते मरीज काफी परेशान हैं. रेडियोग्राफर के नहीं होने के चलते कई महीनों से एक्स-रे मशीन धूल फांक रही है. इतना ही नहीं स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर भी मरीजों को समय पर नहीं मिल पाते.
ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे पलवल जिले की हथीन विधानसभा क्षेत्र में खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं. खिल्लुका गांव के निवासी इश्मद ने बताया कि कई दिनों से उसकी गर्दन में दर्द है. जिसका एक्सरे करवाने के लिए वो हथीन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे. यहां पर मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें ये कहकर वापस भेज दिया कि यहां पर रेडियोग्राफर नहीं है.
जिसकी वजह से उनका एक्सरे यहां नहीं हो सकता. इश्मद ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों को प्राप्त मात्रा में दवाइयां भी नहीं मिलती हैं. डॉक्टर द्वारा कुछ दवाइयां तो उन्हें स्वास्थ्य केंद्र से दे दी जाती हैं. बाकी दवाइयां को बाहर से खरीदने के लिए कह दिया जाता है. उन्होंने कहा कि दवाइयों की कमी के चलते यहां आने वाले मरीज पिछले कई दिनों से बेहद परेशान हैं, क्योंकि उन्हें मजबूरन बाहर पैसा खर्च करके दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं.
वहीं गांव कोट के रहने वाले आबिद ने बताया कि वो अपने बच्चे की जन्मपत्री पर मुहर लगवाने के लिए पिछले कई दिनों से स्वास्थ्य केंद्र के चक्कर काट रहा है, लेकिन यहां पर मौजूद कर्मचारी उसे डॉक्टर ना होने की बात कह कर पिछले कई दिनों से वापस घर भेज देते हैं. इतना ही नहीं, जब मीडिया की टीम का कैमरा स्वास्थ्य केंद्र में बने डॉक्टर के कमरों की तरफ घुमा, तो वहां दंतक सर्जन, आईसीटीसी रूम और चिकित्सा अधिकारी भी अपने कार्यालय से नदारद मिले.