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पलवल के किसानों में फूलों की खेती का बढ़ा क्रेज, बागवानी विभाग की पहल ला रही रंग - पलवल में फूलों की खेती

flower cultivation in palwal: पलवल में अब बड़े पैमाने पर फूलों की खेती हो रही है. बागवानी विभाग द्वारा किसानों को फूलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. विभाग द्वारा किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है. किसान फूलों की खेती से अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे हैं.

flower cultivation in palwal
पलवल में फूलों की खेती

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 11, 2024, 2:14 PM IST

Updated : Jan 12, 2024, 9:14 AM IST

किसानों में फूलों की खेती का बढ़ा क्रेज

पलवल:पलवल जिले में फूलों के उत्पादन का क्षेत्र लगातार बढ़ता जा रहा है. फूलों की खेती करने के लिए किसानों को सरकार द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है, जिसके चलते किसानों का रुझान फूलों की खेती की ओर बढ़ा है. हरियाण सरकार ने साल 2023-24 में पलवल के लिए 100 हेक्टेयर क्षेत्र में फूल की खेती पर अनुदान देने का प्रावधान किया है.

बागवानी विभाग की पहल: जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि योजना के अनुसार अभी तक 7 किसानों को 20 एकड़ भूमि में फूलों की खेती करने के लिए अनुदान दिया जा चुका है. साल 2023-24 में पलवल के लिए 100 हेक्टेयर क्षेत्र में फूल की खेती पर अनुदान देने का प्रावधान हरियाणा सरकार ने किया है. डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि जिले के मांदकौल,पार्रोली, घोड़ी और पातली कला गांव मे फूलों की खेती की जा रही है. अधिकतर किसान कैल, स्टॉक, फीदर किंग, फीदर क्वीन, ट्यूबरोज, गलेड़ की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा पलवल ब्लॉक में 100 एकड़ भूमि में मेरीगोल्ड फ्लावर की खेती की जा रही है. उन्होने बताया कि अनुदान का लाभ लेने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है. फूल की खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है ताकि वे बेहतर ढंग से फूलों का उत्पादन करें.

किसानों को मुनाफा: गांव पातली कला के प्रगतिशील किसान रणबीर सिंह ने बताया कि परम्परागत खेती को छोडकर फूलों की खेती करना शुरू कर दिया है. फूलों की खेती में अधिक लाभ हो रहा है. रणबीर सिंह ने बताया कि जमीन आसमान का मुनाफा है. इसमें डेली की इनकम होती हैं वही परम्परागत खेती में छह महीने में इनकम होती थी. उनके अनुसार वे हर दिन तीन बजे गाजीपुर फूल मंडी दिल्ली पहुंच जाते हैं और फूल बेचते हैं. उन्होंने आठ से दस आदमी को रोजगार भी दे रखा है.

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Last Updated : Jan 12, 2024, 9:14 AM IST

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