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फर्जी सीबीआई अधिकारी शख्स से ठगे 1 लाख 78 हजार रुपये, सात महीने बाद आरोपी हुआ गिरफ्तार

Police Crime News: पुलिस ने सात महीने पुराने एक ठगी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. आरोपी फर्जी पते पर लिए गए सिम से ठगी की वारदातों को अंजाम देता (cheating in palwal) था.

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Published : Jul 30, 2022, 2:46 PM IST

cheating in palwal
फर्जी सीबीआई अधिकारी शख्स से ठगे 1 लाख 78 हजार रुपये, सात महीने बाद आरोपी हुआ गिरफ्तार

पलवल:पुलिस ने फर्जी सीबीआई अफसर बनकर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया (Accused Arrested in Palwal) है. आरोपी की पहचान साजिद के रूप में हुई है जो कि नूंह जिले के पुन्हाना का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करके पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है. फिलहाल पुलिस आरोपी के बाकी के साथियों का पता लगाने में जुटी हुई है.

डीएसपी विजयपाल ने मामले की जानकारी देते हुए कि बडोली गांव पलवल के रहने वाले मनोज ने 19 जनवरी 2022 को चांदहट पुलिस स्टेशन में एक कंप्लेन दर्ज कराई थी. शिकायत में मनोज ने कहा था कि 10 जनवरी 2022 को उसके पास मनीषा शर्मा नाम से मैसेंजर पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी. इस रिक्वेस्ट को उसने स्वीकार कर लिया था. उसी समय एक नंबर से उसके पास एक वीडियो कॉल आई और उसने रिसिव कर लिया. जैसे ही उसने वीडियो कॉल रिसिव किया तो सामने एक लड़की बिना कपड़ों में दिखी. जब तक वह कुछ समझ पाता 15-20 सेकंड का वक्त बीत चुका था. इस दौरान उसके वीडियो को रिकॉर्ड कर लिया गया.

पुलिस को दी शिकायत में मनोज ने बताया था कि कॉल डिसकनेक्ट होने के कुछ देर बाद एक दूसरी कॉल आई. सामने वाला खुद को सीबीआई ऑफिसर बता रहा था. उसने मनोज को धमकी दी रिकॉर्ड किए गए वीडियो को वह यूट्यूब पर अपलोड कर देगा. इसके बाद अलग-अलग समय में ऑनलाइन एवं नगद कुल 1 लाख 78 हजार रुपये ठग लिए गए.

पुलिस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गया आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसके साथियों द्वारा असम, बिहार, पश्चिमि बंगाल व झारखंड व अन्य राज्यों से फर्जी पते पर सिम खरीदकर लिए हुए हैं जिन्हें सभी साथी अपने अपने मोबाईल फोनों में प्रयोग करते हैं. न्यूड विडियो बनाने के लिए स्क्रीन रिकार्डर ऐप की सहायता से विडियो क्लिप रिकार्ड की जाती है.

उसके बाद फर्जी नंबरों के माध्यम से उसके साथी कॉल करते है जिसकी वीडियो बनाई जाती है. उसे फर्जी पुलिस आफिसर बनकर, फर्जी यू टयूब मैनेजर बनकर वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर डराते हैं. इसके बाद फर्जी पतों पर बनाये गये बैंक खाते उस व्यक्ति के पास भेजते हैं जिसकी वीडियो बना हुआ होता है. खातों में पैसा पहुंचते ही वे आपस में बांट लेते हैं.

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