पलवल: अलावलपुर रोड स्थित दशहरा ग्राउंड में झोपड़ियों में रहने वाले 80 परिवारों का कसूर बस इतना है कि ये लोग गरीब हैं. इन झोपड़ियों में रोज कमाने वाले गरीब लोग रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन लगने की वजह से इनका धंधा पूरी तरह से खत्म हो चुका है.
इन 80 परिवारों के सामने जहां एक तरफ खाने की बड़ी समस्या है. वहीं दूसरी तरफ अपनी सेहत को लेकर भी चिंता है, झोपड़ियों में रहने वाले इन लोगों के चारों तरफ गंदगी का अंबार है. साथ ही एक दूसरे से लगी झोपड़ियों के होने से यहां कोरोना वायरस के फैलने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग इनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
हरियाणा की झुग्गियों में रहने वाले 80 परिवार, जिन्हें ना तो राशन मिल रहा है और ना ही कोरोना वैक्सीन ये भी पढ़िए:बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है कोरोना की तीसरी लहर, डॉक्टर से जानें कैसे रखें उन्हें सुरक्षित
इन लोगों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से यहां पर ना तो कोई वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया है और उन्हें लॉकडाउन में फ्री राशन देने की व्यवस्था की गई है. यहां किसी को भी वैक्सीन नहीं लगी है. ऐसे में बेहद भीड़भाड़ वाले इन 80 परिवारों में से अगर किसी भी एक इंसान को कोरोना हो जाता है तो जहां इनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.
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इन परिवारों को जहां स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई सुविधा नहीं मिली है. वहीं प्रशासन की तरफ से भी किसी प्रकार की कोई सहायता राशन सामग्री मुहैया नहीं कराई गई है. लोगों का कहना है कि वो बहुत परेशानियों के बीच दिन गुजार रहे हैं. पिछली बार समाजसेवी संस्थाओं ने उनकी जरूर मदद कर दी थी, लेकिन इस बार ना तो समाजसेवी संस्थाएं हैं और ना ही प्रशासन.