नूंह: हरियाणा में आजकल सूरज आग उगल रहा है. एक तरफ भीषण गर्मी तो दूसरी तरफ प्रदेश लोग पानी की किल्लत (Water crisis in Nuh government hospital) से भी जूझ रहे हैं. नूंह जिले के जनरल अस्पताल मांडी खेड़ा में मरीजों के लिए पीने का पानी तक मौजूद नहीं है. अस्पताल के वाटर कूलर सूखे पड़े हैं. मजबूर होकर मरीज और उनके साथ आने वाले परिजनों को सैंकड़ो रुपए का मोल का पानी पीना पड़ रहा है.
इतना ही नही जन स्वास्थ्य विभाग भी अस्पताल में पर्याप्त पानी की पूर्ति नही कर पा रहा है. मांडी खेड़ा स्थित अल आफिया अस्पताल में प्रतिदिन सात बड़े पानी के टैंकर की जरूत है. जबकि जन स्वस्थ विभाग प्रतिदिन मात्र 2 से 3 टैंकर की सप्लाई ही कर पा रहा है. अल आफिया अस्पताल नूंह (Al Afia General Hospital Nuh)जिले का बड़ा अस्पताल है. यहां पर बड़ी संख्या में हर रोज मरीज आते हैं. जिले की बड़ी आबादी के इलाज की जिम्मेदारी इस अस्पताल पर है.
भीषण गर्मी में नूंह के अल आफिया अस्पताल में पानी का संकट, खरीदकर पानी पी रहे मरीज
मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रतिदिन करीब एक लाख लीटर पानी की अस्पताल में जरूरत है. इसके एवज में जन स्वास्थ्य विभाग मात्र 40 से 50 हजार लीटर पानी ही उपलब्ध करा पा रहा है. जिससे पानी की भारी किल्लत हो रही है. डॉ अरविंद, एसएमओ, अल आफिया अस्पताल, नूंह
अस्पताल में लगा एक फ्रिज भी सूखा रहता है. मरीजों से साथ अस्पताल पहुंचे मोहम्मद शमीम, मूर्ति और आसिफ का कहना है कि अस्पताल में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है. वाटर कूलर खराब पड़े हैं. जिसके चलते उनको मजबूर होकर मोल का पानी पीना पड़ रहा है. पुन्हाना खण्ड के गांव गुबराड़ी से अस्पताल पहुंचे आसिफ अली ने बताया कि वह सोमवार शाम अपनी पत्नी को डिलेवरी के लिए लाया था. दो दिन में करीब 200 रुपये का पानी खरीदना पड़ गया. क्योंकि अस्पताल में पीने के पानी का कोई इंतजाम नहीं है
अस्पताल आने वाले मरीज खरीदकर पानी पीते हैं.