नूंह: पुन्हाना उपमण्डल के दर्जनों गांवों के बीच से गुजरने वाली न्यू कोट ड्रेन में पिछले करीब दस वर्ष से पानी नहीं आया है.पानी के न आने से फसल के उत्पादन में कमी आ रही है. किसान टयूबवैलों में हजारों रुपये का डीजल जलाकर खेतों की सिंचाई करने पर मजबूर हो चुके है. जिसकी वजह से किसानों को खेतों की सिंचाई में भी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा हैं.
तो वही, एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए और किसानों की सुविधा के लिए बनाए गए पुल की भी हालत बत्तर हो गई है. इस पुल पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन किसी का भी ध्यान इन समस्याओं की तरफ नही जाता हैं.
अंजान बने बैठी है सरकार
किसान नहर में पानी छोड़ने के लिए सिंचाई विभाग से लेकर नेताओं के यहां दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. किसानों के हित में बड़ी-बड़ी बात करने वाली सरकारें सब कुछ जान कर भी अंजान बने बैठी है.
झेलनी पड़ रही है मंहगी सिंचाई
पानी की समस्या से किसान परेशान है. जिसके कारण महंगा खाद, बीज और ऊपर से महंगी सिंचाई झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि दस वर्ष से पानी की एक बूंद न्यू कोट ड्रेन में नहीं आई है. जिसके कारण किसानों को बरसात पर निर्भर होना पड़ रहा है और बरसात में हो रही लगातार देरी से क्षेत्र में सूखे जैसे हालात भी नजर आ रहे है.