नूंह: कांग्रेस विधायक दल उपनेता आफताब अहमद ने बुधवार को अनाज मंडी नूंह का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सीएलपी उप नेता आफताब अहमद ने किसानों और आढ़तियों के अलावा मार्केट कमेटी इत्यादि के अधिकारियों के साथ बातचीत की. सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को शौचालय, पीने के पानी का उचित प्रबंध करने की बात कही. साथ ही उन्होंने सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
आफताब अहमद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि किसानों पर कुदरत की मार पड़ी है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीने से जब सरसों की फसल पकने आई तो ओलावृष्टि से नुकसान हुआ, जब गेहूं की फसल पककर तैयार हुई ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से नुकसान हुआ. किसान को कुदरत और सरकार से दोहरी मार लगी है. उन्होंने कहा कि सरकार दावे कुछ करती है और हकीकत कुछ और है. उन्होंने कहा कि नूंह और अन्य जगह पर सरसों की खरीद 15 मार्च से शुरू करने की बात सरकार ने कही थी और आज 5 अप्रैल है.
नूंह अनाज मंडी के साथ-साथ अन्य मंडियों में एक दाने की भी सरकारी खरीद नहीं की है. आफताब अहमद विधायक ने कहा कि किसानों की फसल में नुकसान हुआ और फिर 5450 रुपए प्रति क्विंटल का भाव उन्हें देने को कहा गया, लेकिन 4800-4900 रुपए प्रति क्विंटल मजबूरी में सरसों की फसल किसान ने बेच दी. उन्होंने कहा कि जब गेहूं का नंबर आया तो अनाज की खरीद 1 अप्रैल से सरकारी खरीद शुरू होनी थी, लेकिन रिकॉर्ड में अभी तक एक दाना भी गेहूं का अनाज मंडी नूंह में नहीं खरीदा गया.