नूंह: शुक्रवार को नासिर जुनैद हत्याकांड को लेकर नूंह में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया था. आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों ने गुरुग्राम अलवर हाईवे को करीब तीन घंटे तक जाम रखा. जिससे हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइनें लग गई और आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके बाद ग्रामीणों ने तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन खत्म किया था.
इस मामले में अब नूंह पुलिस ने करीब 500 से 600 अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, षडयंत्र के तहत इकट्ठा होने और पुलिसकर्मियों के साथ धक्कामुक्की के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. फिरोजुपर झिरका पुलिस ने आरोपियों की तलाश और पहचान शुरू कर दी है. नूंह के एसपी वरुण सिंगला ने बताया कि शुक्रवार को नासिर जुनैद हत्याकांड के मामले में कुछ लोगों ने गुरुग्राम अलवर हाइवे पर जाम लगाया.
जाम की सूचना पर डीएसपी सतीश वत्स फिरोजपुर झिरका भी मौके पर पहुंचे. जहां भीड़ को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने जाम नहीं खोला और उल्टा पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी की, प्रदर्शनकारियों की भीड़ में नूंह, पुन्हाना, नगीना तथा राजस्थान के लोग शामिल थे. आरोप है कि इन लोगों ने जानबूझकर सड़क को जाम किया. जिससे हजारों लोगों को परेशानी उठानी पड़ी.
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वरुण सिंगला ने कहा कि फिरोजपुर झिरका में प्रोटेस्ट करने के लिए जो परमिशन प्रशासन से ली गई थी. उसपर वो खरे नहीं उतरे. शुरुआत में शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन किया गया, लेकिन बाद में वो उग्र हो गया. ड्यूटी मजिस्ट्रेट की शिकायत पर पुलिस ने एक नामजद सहित 500 से 600 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इस प्रदर्शन के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है. जिसे देखते हुए शनिवार को फ्लैग मार्च निकाला गया. पिनगवां थाना प्रभारी अजयवीर भड़ाना ने बताया कि पिनगवां थाने में क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च निकाला गया है.