नूंह: जिले के मालब गांव में दलित, आदिवासी, ओबीसी एवं मुस्लिम महिलाओं के उत्थान के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया. ये सम्मेलन मदर टेरेसा फाउंडेशन की तरफ से किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश जोनपुर से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मोहम्मद अरशद पहुंचे. वहीं संस्था के लोगों ने उनका फूल माला व पगड़ी बांधकर जोरदार स्वागत किया.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व विधायक मोहम्मद अरशद खान ने कहा कि लोगों को आजादी मिले 73 साल हो गए, लेकिन दलित समाज के लोगों को इंसाफ नहीं मिल पाया है. आदिवासियों को भी इंसान नहीं समझा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा फाउंडेशन दलितों और आदिवासियों के उत्थान के लिए भी कार्य कर रही है.
महिलाओं के उत्थान के लिए सम्मेलन का आयोजन किया गया पिछड़े लोगों को शासन प्रशासन में हिस्सेदारी दिलाने के लिए आवाज उठा रही हैं. उन्होंने कहा कि दलित और आदिवासियों को राजनीतिक और नौकरी में 18% आरक्षण मिला हुआ है. लेकिन सबसे कम इन लोगों ने कम तरक्की की है क्योंकि इनके पास मजबूत मजदूरी का सिवाय कुछ नहीं है. जोनपुर के विधायक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरियाणा प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर के प्रदेश सरकारों से उन्होंने मांग की है कि आदिवासी और दलित समाज के लोगों को 30 प्रतिशत कोटा बढ़ा दिया जाए.
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उन्होंने कहा कि इन लोगों को राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए एक काम किया जाए. उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग की आबादी 52% है, लेकिन 27% आरक्षण बीसी सिंह ने लागू किया था. साथ ही उत्तर प्रदेश के मुलायम सिंह यादव और लालू यादव ने भी पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया था, लेकिन अभी भी पिछड़े लोगों को आरक्षण और हिस्सेदारी नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हम पूरे देश और भारत सरकार से लड़ाई लड़ रहे हैं.