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एमबीबीएस छात्रों ने शव यात्रा निकालकर हरियाणा सरकार के पुतले का किया पोस्टमार्टम

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Published : Nov 9, 2022, 6:08 PM IST

Updated : Nov 9, 2022, 6:44 PM IST

हरियाणा के नूंह जिले में एमबीबीएस स्टूडेंट आज हरियाणा सरकार के पुतले का पोस्टमार्टम कर विरोध प्रदर्शन ((MBBS Student Protest In Nuh) किया. एमबीबीएस छात्रों ने डीसी एवं एसपी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर सरकार से बांड पॉलिसी को वापस लेने की मांग की है.

Shaheed Hasan Khan Mewati Medical College Nalhar
एमबीबीएस छात्रों ने शव यात्रा निकालकर हरियाणा सरकार के पुतले का किया पोस्टमार्टम

नूंह: हरियाणा सरकार की बान्ड स्कीम से एमबीबीएस छात्र बेहद नाराज हैं. एमबीबीएस छात्र पिछले 10 दिन से राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नलहड़ में धरना प्रदर्शन कर सरकार की इस योजना का विरोध कर रहे हैं. बुधवार को सैकड़ों छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हरियाणा सरकार की शव यात्रा (MBBS Student Protest In Nuh)निकाली. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया. इतना ही नहीं एमबीबीएस छात्रों ने डीसी एवं एसपी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर सरकार से बांड पॉलिसी को वापस लेने की मांग की है.

रोजाना 10 छात्र करेंगे आमरण अनशन- मेडिकल कॉलेज के छात्र इस बात से खासे नाराज हैं कि उनको मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉक्टर पवन गोयल द्वारा तरह-तरह की धमकियां दी जा रही हैं. छात्रों को यह डर सता रहा है कि पुलिस प्रशासन उन्हें जबरन धरने से उठा सकता है. छात्र पूरी तरह सरकार की पॉलिसी से गुस्से में नजर आ रहे हैं. अब उन्होंने गुरुवार से प्रतिदिन 10 एमबीबीएस छात्रों को आमरण अनशन पर बैठने का फैसला कर लिया है.

एमबीबीएस छात्रों ने शव यात्रा निकालकर हरियाणा सरकार के पुतले का किया पोस्टमार्टम

एमबीबीएस छात्रों को हटाने के लिए बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस के जवान राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज (Shaheed Hasan Khan Mewati Medical College Nalhar) में देर शाम तक डटे रहे, लेकिन छात्रों ने पूरी तरह से शांति के साथ प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई. छात्रों ने यह भी कहा कि उनके दोस्तों पर जिस तरह से रोहतक में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा व्यवहार किया गया उसकी वह कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. एमबीबीएस छात्र दिन - प्रतिदिन मानने के बजाय उग्र होते जा रहे हैं.

छात्रों ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दो टूक कहा कि जब तक पॉलिसी को सरकार वापस नहीं लेगी तब तक उनका धरना प्रदर्शन इसी तरह चलता (MBBS Student Protest In Nuh)रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी से डरने वाले नहीं है. कुल मिलाकर एमबीबीएस छात्र अब सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में नजर आ रहे हैं.

क्या है पूरा मामला- हरियाणा सरकार ने एमबीबीएस करने वाले डॉक्टरों के लिए बान्ड स्कीम लॉन्च (Haryana Government Bond Scheme For Doctor) की है लेकिन इस बॉन्ड स्कीम से एमबीबीएस छात्र बेहद नाराज हैं. नूंह मेडिकल कॉलेज नलहड़ सहित प्रदेश भर के सभी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. दरअसल हरियाणा सरकार ने पहले घोषणा की थी कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने वाले एमबीबीएस स्टूडेंट्स को दस लाख रुपये का एक बॉन्ड देना होगा.

बांड स्कीम में सरकार ने किया संशोधन- इस योजना में 7 नवंबर को बदलाव किया गया. सरकार की ओर से कहा गया कि एडमिशन के समय किसी भी छात्र को दस लाख का बॉन्ड पेपर नहीं देना होगा लेकिन सरकार के नए नोटिफिकेशन ने भी छात्रों को उलझा दिया है. राज्य सरकार की ओर से बांड पॉलिसी में किए गए संशोधन के मुताबिक एडमिशन के समय त्रिपक्षीय बांड भरना होगा. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए बांड राशि 36 लाख 40 हजार 636 और गवर्नमेंट एडिड मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए 32 लाख 80 हजार रूपए का बांड भरना होगा. हालांकि यह बांड तभी लागू होगा अगर एमबीबीएस कोर्स पूरा होने के बाद विद्यार्थी सरकारी नौकरी ज्वाइन नहीं करते. एडमिशन के समय कोई बांड नहीं होगा.

छात्रों ने बांड पॉलिसी में हुए संशोधन को भी नकारा- एमबीबीएस विद्यार्थियों ने बांड पॉलिसी में किए गए संशोधन को भी नकार दिया है. विद्यार्थियों का कहना है कि उन्हें यह संशोधन भी मंजूर नहीं है. उन्होंने तो एक ही मांग है कि बांड पॉलिसी को पूर्ण रूप से रद्द किया जाएगा. उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा.

Last Updated : Nov 9, 2022, 6:44 PM IST

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