नूंह: तावडू में गांव सिलखो में बंधक बनाकर तीन एडवोकेट के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि वकीलों से लाठी, डंडे, सरिया और रॉड से प्रहार कर घायल करने व बंधक बनाकर रुपये छीनने की कोशिश की गई. घायल अधिवक्ताओं को उपचार के लिए जब सीएचसी तावडू लेकर पहुंचे तो यहां पर काफी देर तक कोई चिकित्सक नहीं पहुंचा और पीड़ित अधिवक्ता चोटिल होने के कारण कराहते रहे. चिकित्सकों की लापरवाही व अधिवक्ताओं के साथ हुई इस घटना को लेकर नूंह कोर्ट के अधिवक्ताओं में भारी रोष है.
वहीं, गुस्साए अधिवक्ताओं ने सोमवार को नूंह पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला से मुलाकात कर आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की तो पुलिस अधीक्षक ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया. पीड़ित अधिवक्ता मुबारिक निवासी गांव भाजलाका थाना सदर तावडू ने बताया कि गत 4 अप्रैल शाम करीब 3ः30 बजे वह अपने साथी अधिवक्ता हासिम व वसीम के साथ तावडू से कार में गांव भाजलाका आ रहे थे.
जब वह पचगांवा गोलचक्कर के पास पहुंचे तो एक डंपर चालक तेज गति व लापरवाही से आया तथा कार पर डंपर चढ़ाने की कोशिश की. मुशकिल से उसने कार व अपने आपको बचाया. पीड़ित अधिवक्ताओं ने आरोपी चालक को डंपर रुकवाने का इशारा किया. लेकिन डम्पर चालक ने डम्पर को नहीं रोका. उन्होंने डंपर का पीछा किया तो आरोपी चालक ने गांव सिलखो में डम्पर को रोक दिया और अपने साथियों को फोन करके पहले ही यहां बुला रखा था. जब पीड़ित अधिवक्ताओं ने चालक की लापरवाही को लेकर उससे कहासुनी की तो आरोपी तैश में आ गए और मारपीट व घसीटते हुए ले जाकर एक दुकान में बंद कर दिया. आरोपियों पर पीड़ित वकीलों के 2990 रुपये और जबरन आईडी कार्ड छिने जाने का भी आरोप लगाया गया है.