नूंह:हरियाणा में फोरलेन सड़क निर्माण संघर्ष समिति नूंह द्वारा एक दिवसीय धरना (Fourlane Road Struggle Committee protest in nuh) कार्यक्रम की शुरुआत संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान की शपथ लेकर की गई. इसके बाद सौरव सोनी सहित उन तमाम लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई जिनकी जान इस रोड पर हादसों के दौरान चली गई. नूंह राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को यहां के (National Highway 248 A to Naugawan Rajasthan) लोग फोरलेन करने की मांग पर अड़े हैं और एकदिवसीय धरना में फैसला लिया गया कि केंद्र व राज्य बजट सत्र तक बीच-बीच में धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
साथ ही इस सड़क पर मारे गए लोगों को चिन्हित कर उन्हें 2-2 लाख रुपये का मुआवजा सरकार द्वारा दिया जाना चाहिए. सड़क हादसों में घायल हुए तथा दिव्यांग हुए पीड़ितों को 1-1 लाख का मुआवजा दिया जाए. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह (Union Minister Rao Inderjit Singh) से एक प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा.
जब तक रोड नहीं बनाया जाए तब तक हादसों को रोकने के लिए सड़क पर ब्लैक स्पॉट पर सांकेतिक सूचना बोर्ड और ट्रैफिक लाइट अन्य जरूरी चीजें भी लगाई जाएं. फोरलेन सड़क निर्माण संघर्ष समिति नूंह ने सरकार की इस घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. रविवार को अंबेडकर चौक पर हुए एकदिवसीय धरने में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली के लोगों ने भाग लिया.
उन्होंने कहा कि भले ही शुरुआत में उपस्थिति कम हो, लेकिन फोरलेन बनवाने के (Demand to four lane National Highway 248 A) लिए उनका संघर्ष लंबे समय तक जारी रहेगा. अगर दिल्ली संसद भवन तक पैदल मार्च करना पड़ा. इससे भी इलाके के लोग पीछे नहीं हटेंगे. धरने में शामिल लोगों का कहना है कि हर वर्ष हजारों लोगों की जान इस खूनी सड़क पर जा रही है. तथा हजारों लोग सड़क हादसों में अपाहिज भी हो चुके हैं.