नूंह: कोरोना वैक्सीन की खेप हरियाणा के नूंह जिले में पहुंच चुकी है. अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा के स्टोर में कोविशील्ड की 7120 की खेप सुरक्षित रखवा दी गई है. शनिवार से कोरोना वैक्सीन की पहली डोज स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों व कर्मचारियों को लगनी शुरू हो जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआत में टीके लगवाने के लिए नूंह, तावडू, फिरोजपुर झिरका को चुना है. जहां मरीजों को बाजू पर कोरोना वैक्सीन की कोविशील्ड दवाई का इंजेक्शन लगाया जाएगा.
जिला प्रशिरक्षण अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ वसंत दुबे ने कहा कि कोविशील्ड की 7120 उन्हें प्राप्त हो चुकी है. कोविड वैक्सीन के इंजेक्शन को जो टीम मरीजों को लगाएगी. उसको प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस दवाई की दो खुराक एक मरीज को 28 दिन के अंतराल में दी जाएगी, लेकिन उसके बावजूद भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर, लगाना और साबुन से बार-बार हाथों को होना अति आवश्यक है. कुल मिलाकर लोगों को अब घबराने की जरूरत नहीं है ,लेकिन सावधानी उसी तरह से से बरतनी होगी.
इंतजार हुआ खत्म, कोरोना वैक्सीन पहुंची नूंह आम आदमी तक वैक्सीन को पहुंचने में लगेगा समय
बता दें कि, हरियाणा का जिला नूंह उन जिलों की सूची में शामिल है. जहां कोरोना ने दस्तक देते ही सिस्टम की नींद उड़ा दी थी. शुरुआत में सबसे ज्यादा कोरोना के केस हरियाणा के नूंह जिले में मिले थे. जिसमें तब्लीकी जमात से जुड़े लोग अधिक थे. कुल मिलाकर वर्ष 2021 की शुरुआत में कोरोना को कंट्रोल करने की दवाई आ चुकी है. इतना जरूर है कि इस दवाई की डोज अभी आम आदमी तक पहुंचाने में समय लगेगा. पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों और दूसरे चरण में पुलिस व आर्मी जवानों के बाद तीसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को कोरोना के टीके लगाए जाएंगे.
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18 साल से कम उम्र के लोगों को नहीं दी जाएगी कोरोना वैक्सीन
डॉ. बसंत दुबे ने कहा कि फिलहाल गर्भवती महिलाओं और 18 वर्ष से कम आयु के लोगों को वैक्सीन के इंजेक्शन नहीं दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब स्वदेशी कोविशील्ड वैक्सीन से इसका इलाज संभव है. वैसे एहतियात के तौर पर वैक्सीन का इंजेक्शन देने के बाद मरीज को आधे घंटे डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रखा जाएगा. ताकि इंजेक्शन के बाद मरीज की तबीयत खराब होती है, तो उसका उपचार तुरंत किया जा सके.