नूंह: मौसम ने करवट ली तो किसान के माथे पर चिंता की लकीरें उस समय पड़ गई जब बरसात की जगह ओले आसमान से गिरने लगे. कच्ची सरसों की फसल ओले की मार से नतमस्तक हो गई. मौसम के बदले मिजाज से किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.
पूरी तरह चौपट हुई किसानों की फसल
वहीं बात अगर सब्जियों की करे तो किसानों की पूरी फसल चौपट हो गई. ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान नूंह, नगीना, पिनगवां, पुन्हाना खंड में हुआ है. इससे करीब 200 गांवों के लाखों किसानों की फसल प्रभावित हुई है.