नूंह: उत्तर भारत में इन दिनों वायरल फीवर (Viral Fever death nuh), डेंगू और मलेरिया के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं नूंह जिले में वायरल फीवर से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही बरसात व जलभराव के बढ़ते प्रभाव से जिले में इस बार 5 साल बाद अभी तक 48 डेंगू के नए मरीज (nuh dengue case) सामने आ चुके हैं. डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले में अपनी सक्रियता को बढ़ा दिया है.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक जिले में 8 लोगों की मौत बुखार से हो चुकी है. हालांकि अभी जिले में कोई डेंगू से मौत का मामला सामने नहीं आया है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की 27 टीमों को गांवों में स्प्रे के लिए लगा दिया है. एक टीम में 6 लोग हैं जोकि गांवों में जाकर स्प्रे के कार्य में जुट गए हैं. लोगों को मच्छरों से बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं. इसके अलावा डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के लोग घर-घर जाकर लोगों की जांच करने में जुटे हुए हैं.
नूंह में वायरल फीवर से अब तक 8 की मौत, डेंगू के भी 48 नए मरीज मिले ये भी पढ़ें-कोरोना के बाद अब हरियाणा में वायरल फीवर का कहर, कई बच्चों की मौत, रोजाना आ रहे 150 से ज्यादा मरीज
सबसे पहले प्राथमिकता उन जगहों पर दी जा रही है जहां डेंगू के केस आए हैं. किसी भी तरह के बुखार से ग्रस्त व्यक्ति की तुरंत जांच की जा रही है. विभाग का मकसद बढ़ते डेंगू के प्रभाव को कम करना है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिन रात टीम गांवों में जुटी हुई हैं. डेंगू व मलेरिया के बढ़ते केसों को देखते हुए इन गांवों में स्पेशल 10 लोगों की एक टीम कार्य कर रही है. टीम द्वारा गांवों में मच्छरों के लारवा की जांच की जा रही है. लोगों को घरों के आसपास पानी जमा नहीं होने के साथ अन्य सभी प्रकार से जागरूक किया जा रहा है.
इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. विक्रम ने बताया कि जिले में बीते कुछ दिनों से डेंगू के 48 नए केस आए हैं. ये केस जिले में 2015 के बाद पहली बार आए हैं. इसके अलावा अब तक वायरल बुखार की चपेट में आने से 8 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह मच्छरों से बचने के लिए जरूरी उपाय करें. गांवों में जा रही स्वास्थ्य विभाग की टीम का भी सहयोग करें.
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