नूंह: प्रदेश में गर्मी का असर अब दिखने लगा है. जिले में पारा 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है. भीषण गर्मी से जहां इंसान परेशान हैं. वहीं, पशु भी इसकी मार से नहीं बच पा रहे हैं. जिले में पानी की भीषण कमी है. तालाब और नहर सूख चुके हैं, जिसके कारण पशुओं की सेहत पर प्रतिकुल असर पड़ रहा है. आलम ये है कि जिले के गर्मी के कारण मवेशियों में दूध की मात्रा बड़ी तेजी से कम हो रही है. पशुओं के बीमार होने का खतरा भी बना हुआ है.
पशुपालन विभाग इस परेशानी को देखते हुए एडीसी राहुल हुड्डा एवं सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता को पत्र लिखने जा रहे हैं. उपनिदेशक पशुपालन विभाग डॉक्टर नरेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पशुपालक दुधारू पशुओं का ख्याल रखें. गर्मी से दूध कम होता है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है.