नूंह: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम नूंह जिले के तावडू खंड के ड्यूल डेस्क घोटाला मामले में लगातार अपराधियों पर शिकंजा कसती हुई नजर आ रही है. अब मामले में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश यादव के अलावा दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. पकड़े गए तीनों आरोपियों को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टीम ने न्यायाधीश सतीश कुमार नूंह की अदालत में पेश किया. वहीं, अब आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भी लिया गया है.
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने इस मामले में एक नई एफआईआर मुकदमा नंबर 10 भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 420, 466, 467, 468, 471, 120 बी के अलावा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया है. जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश यादव के अलावा अनुराग सेठी सेल्स एग्जीक्यूटिव तथा भूप सिंह नाम के व्यक्ति को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया है. इन सभी पर आरोप है कि नूंह जिले के तावडू खंड में सरकारी स्कूलों में जिन ड्यूल डेस्क (बैंच) की खरीदारी की जानी थी.
उनमें साज-बाज होकर मोटा लेन-देन होने की बात सामने आई थी. इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम को कुछ ऑडियो तथा सोशल मीडिया पर चैट भी मिले थे. उसी के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की. इस मामले की शिकायत ठेकेदार सूरजमल ने शुरुआत में की थी. गत जनवरी माह में की गई शुरुआती कार्रवाई में जिला शिक्षा अधिकारी रामपाल धनखड़ तथा खंड शिक्षा अधिकारी तावडू रमेश मलिक को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद से ही जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुकेश यादव एवं अन्य लोगों पर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे थे.