नूंह: बिछौर थाना एरिया में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. खबर है कि दहेज के लोभियों ने महिला को तब तक पीटा, जब तक वो बेहोश नहीं हो गई. इसके बाद महिला को जबरदस्ती जहरीला पदार्थ पिलाने की कोशिश की. इसके बाद दहेज के लोभी महिला को जिंदा ही दफन करने चल दिए. मौके पर पहुंचे आस पड़ोस के लोगों ने महिला को ससुराल पक्ष के लोगों से बचाया. इसके बाद महिला के पति ने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर उससे तलाक ले लिया.
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महिला को इस कदर पीटा गया है कि उसका चेहरे पर नीला पड़ गया है. वो आंखें भी नहीं खोल पा रही है. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता की शिकायत पर उसके पति समेत ससुराल पक्ष के तीन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया. पीड़िता के पिता हारून ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी तस्लीमा की शादी करीब 7 साल पहले मुस्लिम रीति रिवाज से नूंह के रज्जाक के साथ की थी. शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज भी दिया था.
इसके बाद भी ससुराल पक्ष के लोग तस्लीमा को दहेज के लिए परेशान करते थे. वो उनकी बेटी से 1 लाख रुपये और बाइक की डिमांड कर रहे थे. इस मांग को लेकर ससुराल पक्ष के लोग तस्लीमा को घर से भी निकाल चुके हैं, लेकिन पंचायत के माध्यम से समझौता कर लड़की को ससुराल भेजा गया. इसके बाद भी ससुराल पक्ष के लोग नहीं माने और महिला को दहेज के लिए परेशान करते रहे.
वहीं पीड़िता ने बताया कि 20 जून की सुबह वो रोजाना की तरह घर में काम कर रही थी. उस दौरान तस्लीमा का पति रज्जाक उससे 1 लाख रुपये की मांग करने लगा. पीड़िता ने कहा कि उसके पिता गरीब हैं, वो उनकी मांग पूरी करने में असमर्थ हैं. इस बात से गुस्साए आरोपी ने अपनी मां मुद्री और भांजे आरिफ के साथ मिलकर उसे बुरी तरह से पीटा. सास मुद्री ने महिला के पैरों पर डंडे हमला किया और आरिफ ने मुंह पर मुक्का मारा. तीनों महिला को तब तक पीटते रहे. जब तक वो बेहोश नहीं हो गई.
इसके बाद महिला के पति रज्जाक ने उसे जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिलाने की कोशिश की. इन सब के बाद वो महिला को जिंदा दफनाने के लिए चल दिए. तब आसपास के लोगों ने महिला को आरोपियों के कब्जे से छुड़ाया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया. नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने तस्लीमा की गंभीर हालत देखते हुए उसे दिल्ली रेफर करने की सलाह दी, लेकिन एक-एक पैसे के लिए मोहताज पीड़िता का पिता अपनी बेटी को लेकर घर वापस आ गया.
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पीड़िता के पिता ने बताया कि उनके पास इतने रुपये नहीं है कि वो अपनी बेटी को इलाज के लिए दिल्ली ले जा सके. उन्होंने बताया कि चोटों के कारण तस्लीमा की एक आंख बिल्कुल खराब हो चुकी है और दूसरी आंख से कम दिखाई दे रहा है. वहीं पुलिस की तरफ से ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.