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हरियाणा के किसानों पर दोहरी मार! बारिश से मंडी में रखी सरसों की फसल भीगी, धीमी चल रही खरीद प्रक्रिया - crops damage in rain in Nuh

नूंह में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है. अनाज मंडी में रखी सरसों की फसल बारिश होने के कारण भीग गई. किसानों ने फसलों के हुए नुकसान को लेकर चिंता जाहिर की है.

crops damage in rain in Nuh
crops damage in rain in Nuh

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Published : Mar 18, 2023, 8:17 PM IST

नूंह: मौसम विभाग नूंह के पूर्वनुमान के मुताबिक शनिवार को क्षेत्र में पहले आंधी और फिर बारिश के साथ कई स्थानों पर जमकर ओलावृष्टि हुई. वहीं तावडू अनाज मंडी में मंडी प्रशासन की लापरवाही से खुले में सरसों की फसल भीग कर बहती रही. दोपहर बाद क्षेत्र में हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि को फसल के लिए भारी नुकसानदायक बताया गया है. इससे क्षेत्र के किसान चिंतित हैं. जिले में तेज आंधी के साथ बारिश और भारी ओलावृष्टि भी हुई.

इससे खेतों में खड़ी फसल और कटी हुई फसल को भारी नुकसान हुआ है. पीड़ित किसानों का कहना है कि कुदरत की इस मार से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है. पूरे क्षेत्र में लगभग इसी तरह बरसात के साथ ओलावृष्टि भी हुई, जिससे सरसों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. पीड़ित किसानों ने प्रशासन से विशेष गिरदावरी करवाकर फसल में हुए नुकसान के आकलन की मांग की है.

वहीं तावडू अनाज मंडी में अपनी सरसों की फसल को बेचने पहुंचे किसानों ने कहा कि मंडी प्रशासन की लापरवाही से सरसों की फसल भीगी है. उन्होंने बताया कि वह सुबह से ही बोली के इंतजार में खड़े थे, लेकिन फसल बोली प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही थी. इस बारे में तावडू मार्केट कमेटी सचिव सरीन चौधरी का कहना है कि मंडी में फसल खरीद संबंधित सभी तैयारियां पहले से कर ली गई थी. लेकिन बारिश और ओलावृष्टि कुदरती है.

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धीमी बोली प्रक्रिया के सवाल पर वह चुप्पी साध गए. सवाल है कि जब मौसम विभाग नूंह द्वारा पहले से ही बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी कर दिया गया था तो मंडी प्रशासन की ओर से फसल को भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किया गया? फसल बोली प्रक्रिया भी धीमी गति से क्यों हो रही है? फिलहाल बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं.

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