मामन खान कि रिहाई के बाद बोले आफताब अहमद नूंह: फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने कहा कि नूंह हिंसा एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. यह घटना अचानक नहीं हुई. इस घटना की पटकथा पहले से ही लिखी जा रही थी. यह सरकार का पूरी तरह फेलियर है. उनकी नाकामी है.
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सीएलपी उपनेता आफताब अहमद ने कहा कि अदालत से फैसला होने के बाद हमने कभी भी न्यायिक प्रक्रिया पर प्रश्न चिन्ह नहीं लगाया. उन्होंने कहा कि अंतरिम जमानत शुरुआती राहत है.ये इस बात का संकेत देता है कि कोई सबूत, कोई तथ्य या कोई रिकॉर्ड अभी तक हमारे विधायक मामन खान के खिलाफ पुलिस नहीं जुटा पाई.
मैं कहूंगा कि कानून-व्यवस्था का जनाजा नूंह हिंसा के मामले में निकला है. हरियाणा प्रशासन बहुत बड़ा फेलियर है. अपने फेलियर और नाकामी की खीज को उतारने के लिए कांग्रेस के ऊपर आरोप लगाना या विधायक मामन खान पर आरोप लगाना निराधार बात है. हम पहले दिन से कह रहे हैं कि एक राजनीतिक षड्यंत्र है. 31 जुलाई को जो घटना घटी इसका पूरे तरीके से जिम्मेदार हरियाणा का प्रशासन व पुलिस तथा मौजूदा भाजपा-जजपा सरकार है. इसीलिए पहले दिन से इन्होंने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए इस तरह का षड्यंत्र रचा था.आफताब अहमद, कांग्रेस नेता
सीएलपी उपनेता ने कहा कि पुलिस 17-18 दिन की गिरफ्तारी के बाद भी मोबाइल से कुछ नहीं निकाल पाई. जबकि सारी तकनीक इस्तेमाल की गई.अगर कुछ होता तो पुलिस पहले भी निकाल सकती थी. कोई तथ्य नहीं है, झूठे निराधार केस है.
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