नूंह: हरियाणा समेत उत्तर भारत में सर्दी ने दस्तक दे दी है. मौसम विभाग के मुताबिक दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है. इस बदलते मौसम को देखते हुए नूंह स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क नजर आ रहा है. नूंह सिविल अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि सर्दी के मौसम में लोग खुद का ध्यान रखें. खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सेहत का ध्यान रखने की अपील की है.
डॉक्टर विक्रम ने कहा कि इस मौसम में दमा मरीजों को काफी परेशानी होती है, क्योंकि इन दिनों प्रदूषण ज्यादा रहता है. इसलिए ये मौसम मरीजों के लिए अनुकूल नहीं है. डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर विक्रम ने बताया कि मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस है. सर्दी के मौसम में सांस और दमा के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
बुजुर्गों और बच्चों के लिए भी ये मौसम अनुकूल नहीं है. इसके अलावा मौसम में स्मॉग के चलते सांस लेना भी दूभर हो जाता है. उन्होंने कहा कि ये मौसम बच्चों की तबीयत को बिगाड़ सकता है. ऐसे में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार की शिकायत हो जाती है. बच्चों में अधिक ठंड लगने के बाद उनकी पसलियां चलना शुरू हो जाती हैं. उन्होंने कहा कि अगर बच्चों में सर्दी के लक्षण दिखाई दें, तो उसका नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करवाएं.
सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चों को गर्म कपड़े या पूरी बाजू के कपड़े पहनना चाहिए, ताकि उनकी तबीयत खराब होने से बचाई जा सके. दिसंबर और जनवरी महीने में तापमान में और भी गिरावट होनी है. लिहाजा अभी से सावधानी बरतने की आवश्यकता है. डॉक्टर विक्रम ने बताया कि आजकल स्मॉग के चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है और सर्दी के मौसम में इस तरह का स्मॉग आपकी सेहत को नासाज कर सकता है. लिहाजा अभी से सावधान हो जाएं और सर्दी के मौसम के साथ दूषित हवा से अपने आप को महफूज रखें. ऐसे में कुछ दिन तक सैर करने से भी बचा जाए, तो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा.
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