नूंह: तीन चार दशक से जिस स्वास्थ्य विभाग की सेहत खुद ठीक नहीं थी. उसको अब नए सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र सिंह यादव ने पूरी तरह से स्वस्थ करके जनता से किए वादे को निभाया है. अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा के अलावा दूसरे अस्पताल भी अब किसी निजी अस्पताल की तरह रास आने लगे हैं.
अस्पतालों में साफ-सफाई के इंतजाम के साथ-साथ मरीज और तीमारदारों को बैठने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. बात अगर वेटिंग कक्ष कि की जाए तो उसमें न केवल बेहतर इंतजाम किए हैं, बल्कि कई प्रकार की बीमारियों के बारे में जागरूक करने की पहल दिखाई देती है. ऐसे में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में भी अब लोग प्रतीक्षालय में बैठकर ज्ञान ले सकते हैं.
नूंह के सरकारी अस्पतालों की बदल रही है तस्वीर जगह-जगह स्वास्थ्य विभाग को निजी अस्पतालों की तरह चमकाया जा रहा है. महज एक महीने के कम समय में सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने स्वास्थ्य सेवाओं में अमूलचूल परिवर्तन किया है. उपकरणों की भी बेहतर व्यवस्था यहां देखने को मिल रही है. कोरोना वायरस के अलावा अस्पताल की दशा सुधारने के लिए हरियाणा में मेवात शायद पहला जिला है. प्रत्येक सरकारी स्वास्थ्य विभाग के संस्थान में वासवेशन की व्यवस्था के अलावा कई अन्य प्रकार के इंतजाम किए हैं.
फिलहाल तो सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र सिंह यादव ने पिछले महीने चार्ज संभालने के बाद मेवात की जनता से जो वादे किए थे. उस पर बड़ी तेजी से अमल होता हुआ दिखाई दे रहा है. इसके अलावा सिविल सर्जन कार्यालय में हालात को बेहतर बनाने के लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है.
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