नूंह: जिले में हुए मनरेगा घोटाले (MNREGA scam in Nuh) को लेकर अब आरोपियों पर गाज गिरने लगी है. मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी राजेश चेची ने बताया की सुनहेड़ा निवासी मकसूद द्वारा गांव में मनरेगा स्कीम के तहत वर्ष 2021-2022 में बनने वाले 82 कैटल शेड कार्यो में मृत लोगों के नाम से कार्य, जॉबकार्ड धारकों के खाते बदलकर अन्य खातों में राशि डालकर लाखों रुपये का गबन कर लिया. जांच करने की शिकायत मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम को मिली थी. जिसके आधार पर टीम द्वारा गांव में जांच की गई.
निरीक्षण के दौरान मौके पर गांव में केवल 66 कैटल शेडों का निर्माण होना पाया गया. उनके निर्माण कार्य में भी अनियमितता पाई गई. कई कैटल शेडों पर टीन का कार्य नहीं किया गया और अधिकतर कैटल शेडों पर कोई प्लास्टर नहीं किया गया था. निरीक्षण के दौरान लगभग एक दर्जन कैटल शेड निर्माणाधीन मिले. इसके अतिरिक्त जब जॉब कार्ड धारकों की जांच की गई तो शिकायतकर्ता मकसूद व उनकी पत्नी हंसीरा की मजदूरी राशि दी-गुड़गांव सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक पुन्हाना में जमा पाई गई.
जब दोनों के खातों की जांच की गई तो चोकाने वाले खुलासे सामने आए, क्योंकि दोनों खाते हरिओम पत्नी श्रीचन्द व बलराम पुत्र रति निवासी गुलालता के नाम से घुले हुए थे. राशि का भुगतान भी बैंक से किया हुआ था. इसके अतिरिक्त यूनुस निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में मोसिम निवासी पटाकपुर का खाता, नसीम निवासी सुनहेडा के जॉब कार्ड में शहनाज पत्नी वसीम निवासी हथन गांव का खाता, कसीरा के जॉब कार्ड में मोहम्मद रसीद पुत्र हारून निवासी नाहरपुर का खाता, हसीना के जॉब कार्ड में सबाना पत्नी तोफिक गांव गोधोला का खाता, सरजीना के जॉब कार्ड में जाकिर पुत्र सुबेदार निवासी गांव बिछोर का खाता खुला होना पाया गया.