नूंह: हरियाणा के जिला नूंह में हिंसा के बाद जिला प्रशासन द्वारा अवैध कब्जा हटाने की मुहिम जारी है. प्रशासन के मुताबिक जमीदोंज किए गए सहारा होटल की छत से उपद्रवियों ने हिंसा के दौरान जमकर पत्थरबाजी की थी. वहीं तावडू उपमंडल में दूसरे दिन भी राष्ट्रीय राजमार्ग 919 पर ख़ोरी कला में तोड़फोड़ अभियान चलाया गया. राजस्थान की औद्योगिक नगरी भिवाड़ी के साथ सटे खोरी कला सीमा से अभियान की शुरुआत हुई. यहां पर वन और पंचायत विभाग की भूमि पर भारी संख्या में रसायन युक्त ड्रमों ओर प्लास्टिक कबाड़ गोदाम हैं. जिन्हें प्रशासन द्वारा चलाए गए तोड़फोड़ अभियान में जेसीबी मशीन की मदद से ध्वस्त कर दिया गया.
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हालांकि ज्यादातर कबाड़ संचालकों ने अपने कीमती सामान को पहले ही सुरक्षित निकाल लिया. क्योंकि एक दिन पहले ही उन्होंने प्रशासन की प्लानिंग को भांप लिया. जिला स्तर पर चलाए गए इस तोड़फोड़ अभियान को नूंह हिंसा में शामिल उपद्रवियों पर कार्रवाई भी माना जा रहा है. इस कार्रवाई से कुछ लोग संतुष्ट हैं, तो अधिकतर लोगों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है. उनका मानना है कि प्रशासन स्थानीय लोगों के रोजगार को ध्वस्त कर रहा है.
तावडू उपमंडल अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि सरकार के आदेश के मुताबिक सरकारी भूमि पर जहां भी अवैध कब्जा है, उसकी एक सूची तैयार कर ली गई है. इसी क्रम में यह कार्रवाई की जा रही है. खोरी कला में लंबे अरसे से वन भूमि और पंचायती भूमि पर कब्जा धारियों ने अवैध ठिकाने जमाए हुए थे. इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास भी लोगों ने भारी अतिक्रमण किया हुआ है. जिन पर कार्रवाई की गई है, जो आगे भी सरकार के आदेश के मुताबिक जारी रहेगी.
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उन्होंने बताया कि जहां-जहां अवैध कब्जा हटाया गया है. वहां पर दोबारा कब्जा नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने विरोध करने का भी प्रयास किया. लेकिन भारी पुलिस बल के साथ के सामने हिम्मत नहीं जुटा सके. वहीं, लोगों का कहना है कि यह अवैध कब्जे पर कार्रवाई नहीं है, सीधे उनके छोटे मोटे रोजगार को ध्वस्त करने की कार्रवाई है. खोरी कलां में कुछ लोगों ने बताया कि पंचायत विभाग की मिलीभगत से ही अवैध कब्जा था. कुछ पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से अवैध वसूली भी की जाती है.