नूंह: पश्चिम बंगाल में इस्पेक्टर के पद पर तैनात बीएसएफ जवान की मौत (BSF jawan Death) मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. खबर सामने आ रही हैं कि कासिम अली की मौत गोली से नहीं बल्कि इलाज के दौरान ऑक्सीजन की कमी (BSF jawan dies due to lack of oxygen) से हुई है. कासिम अली नूंह के मुरादाबाद गांव के रहने वाले थे. गुरुवार को कासिम का पार्थिव शरीर मुरादाबद पहुंचने पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
दुश्मन की गोली नहीं बल्कि इलाज के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई बीएसएफ के जवान की मौत - कल्याणी नदिया मेडिकल कॉलेज
नूंह के मुरादाबाद गांव के रहने वाले शहीद कासिम अली का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. उनकी मौत (BSF jawan Death) मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.

बता दें कि कासिम अली साल 1983 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे. फिलहाल वो वेस्ट बंगाल में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे. खबर है कि ड्यूटी के दौरान उनको बुखार हुआ. जिसके बाद उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. उन्हें इलाज के लिए कल्याणी नदिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. खबरें हैं कि इलाज के दौरान ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से कासिम अली ने दम तोड़ दिया. शहीद कासिम अली के 7 बच्चे हैं. जिनमें तीन लड़के और 4 लड़कियां हैं. इनमें से पांच की शादी हो चुकी है.
ये भी पढ़ें-दिल्ली में यूथ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने किया वाटर कैनन का इस्तेमाल