महेंद्रगढ़: भारत सरकार के निर्देशानुसार जल जीवन मिशन के तहत जिले में ग्रामीण महिलाओं को वाटर क्वालिटी संबंधित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन द्वारा सक्षम युवाओं के माध्यम से प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और ग्राम पंचायत शुद्ध पेयजल की सप्लाई करती है. लेकिन गांव में पेयजल पाइपलाइन का लीकेज होने के कारण पानी में बैक्टीरिया पनपता है. इससे हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है. छोटे बच्चे गंभीर बीमारी का शिकार भी हो सकते हैं.
ग्रामीण महिलाओं को दिया गया वाटर क्वालिटी संबंधित प्रशिक्षण इसलिए सभी ग्रामीणों को लीकेज के प्रति सजग रहकर तुरंत पेयजल पाइपलाइन दुरूस्त करवानी चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने पीने के पानी के नल स्टैंड पोस्ट करवाएं और हर नल पर टूंटी लगवाएं. उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल पीना जहां हमारा अधिकार है वहीं पानी की पाइपलाइन, नल और पानी को भी साफ-स्वच्छ रखना हमारा कर्त्तव्य है.
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इसी को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर हमें पानी का जीवाणु परीक्षण किट के माध्यम से जांच करनी चाहिए. ताकि हमें पता चल सके की हम स्वच्छ पेयजल पी रहे हैं या नहीं. साथ ही नारनौल स्थित जिला लैब में भी हमें पानी की कैमिकली जांच भी करवानी चाहिए.