महेंद्रगढ़: भारत फाइनेंस कंपनी में 27 दिसंबर 2018 को 17 लाख 20 हजार रुपये की डकैती हुई थी. अभी तक इस मामले में आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. एक बार फिर इस कंपनी में 13 लाख 95 हजार रुपये की डकैती हुई है. इस मामले फिर से पुलिस खाली हाथ है.
फाइनेंस कंपनी के मैनेजर सीताराम ने बताया कि वो राजस्थान के अलवर जिले का रहने वाला है. उसकी संस्था भारतीय बैंक से जुड़ी है. जो महिलाओं को सूक्ष्म ऋण देती है. संस्था में हर सप्ताह पैसा आता है.
दो साल में दूसरी बार डकैती
सीताराम ने बताया कि सोमवार रात को जब वो कमरे में सो रहा था, तो रिवॉल्वर बदमाश उसके घर में घुस गए. बदमाशों ने उससे रिवॉल्वर के दम पर तिजोरी की चाबी देने को कहा. चाबी नहीं देने पर बदमाशों ने सीताराम को थप्पड़ मारा. इसके बाद सीताराम ने बदमाशों को तिजोरी की चाबी दे दी. फिर बदमाश भारी-भरकम करीब 1 क्विंटल से अधिक वजन की तिजोरी को ही उठा कर ले गए.
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सिटी थाना प्रभारी अजय वीर सिंह ने बताया कि इसी भारत फाइनेंस कंपनी में 2 साल पहले भी डकैती हुई थी. दो साल में दूसरी डकैती है. हम दोनों मामलों को जोड़कर देख रहे हैं. अलग-अलग एंगल से मामले की जांच चल रही है.
डकैती हुई, सवाल छोड़ गई
- तिजोरी वाले कमरे पर ताला क्यों नहीं था?
- घर के लोहे वाले मेन गेट पर ताला क्यों नहीं था?
- जिस कमरे में असिस्टेंट मैनेजर सो रहा था कमरा अंदर के बजाय बाहर से बंद क्यों था?
- अगर भारी-भरकम तिजोरी ले गए तो फर्श पर घसीटने के निशान क्यों नहीं थे?
- मारपीट के बाद भी मामूली खरोंच तक क्यों नहीं आई?
- 2 साल पहले इसी कंपनी में डकैती हो चुकी तो सुरक्षा में इतनी लापरवाही क्यों?
- बदमाश भारी तिजोरी को बिना वाहन कैसे ले गए, बाहर टायर के निशान तक नहीं.