महेंद्रगढ़: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले जवान विपिन यादव शहीद हो गए. विपिन यादव नांगल चौधरी हल्के के गांव कमानियां के रहने वाले थे. 24 वर्षीय विपिन यादव चार साल पहले ही सेना में शामिल हुए थे. विपिन यादव 3 इन्फेंट्री सिगनल में सिपाही के पद पर लेह लद्दाख में तैनात थे जहां ड्यूटी के दौरान वे वीरगति को प्राप्त हुए. रविवार को उनके गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
विपिन अपने पीछे माता-पिता, पत्नी व महज 1 वर्ष का बेटा छोड़ गए हैं. शहीद विपिन के पिता और बड़े भाई भी सेना में हैं. शनिवार देर शाम से ही क्षेत्र के लोग अपने लाल के अंतिम दर्शन करने के लिए व्याकुल थे. जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव कमानिया पहुंचा तो 'शहीद विपिन कुमार अमर रहे' के नारों से गूंज उठा और सभी ने नम आंखों से अपने लाड़ले को अंतिम विदाई दी.
पैतृक गांव कमानियां में हुआ अंतिम संस्कार. मंत्री व विधायक भी पहुंचे
रविवार को शहीद के अंतिम संस्कार में राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव व नांगल चौधरी से विधायक डॉ. अभय सिंह यादव भी पहुंचे. उन्होंने शहीद के परिवार को इस दुख की घड़ी में सांत्वना दी. साथ ही सरकार द्वारा शहीद के परिवार की हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया.
राजकीय सम्मान के साथ शहीद विपिन यादव का अंतिम संस्कार किया गया. देश पर ऐसे सौ बेटे कुर्बान
एक तरफ जहां घर परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं आर्मी में रहकर देश सेवा कर रहे पिता कृष्ण कुमार का कहना था कि देश की रक्षा के लिए ऐसे और सो बेटे कुर्बान हैं. मेरे बेटे ने देश सेवा करते हुए अपने प्राण दिए हैं और उसने क्षेत्र और प्रदेश का नाम रोशन किया है. मुझे ऐसे पुत्र का पिता होने पर गर्व है जिसने देश सेवा के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी.
ये भी पढ़ें-हरियाणा का लाल विपिन यादव लेह में शहीद, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार