महेंद्रगढ़:योग गुरु बाबा रामदेव एलोपैथी पर सवाल उठाने को लेकर विवादों में हैं. बाबा रामदेव और उनके कारोबार को लेकर कई लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं. वहीं इसी बीच ईटीवी भारत हरियाणा की टीम महेंद्रगढ़ में उनके गांव पहुंची. जहां रामदेव से जुड़ी हुई कई बातों का पता चला.
बाबा रामदेव महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के गांव सैद अलीपुर के रहने वाले हैं. यहां हमारी टीम ने रामदेव के गांव के लोगों से बात की और जाना कि बाबा ने गांव के लिए क्या-क्या काम किए हैं.
बाबा रामदेव के गांव में लोग उन्हें नहीं करते पसंद! जानिए क्या है वजह ये भी पढ़ें-रामदेव के आयुर्वेद पर उनके गांव के लोग ही भरोसा नहीं करते, बोले- इलाज के लिए जाते हैं अस्पताल
ग्रामीणों से बात करने पर कई चौंकाने वाली बातें सामने आई. बाबा के गांव को लोगों ने कहा कि बाबा रामदेव को भले ही आज पूरे विश्व में जाने जाते हों, लेकिन कहीं ना कहीं गांव में उनको लेकर लोगों में गुस्सा बना हुआ है.
ग्रामीणों ने कहा कि बाबा रामदेव ने गांव के ज्यादातर युवाओं को आज तक अपने यहां नौकरी तक नहीं दी. केवल दो या तीन लोगों को ही काम दिया. इसके अलावा अपने गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया और ना ही गांव में कोई योग शिविर नहीं चलाया.
ये भी पढ़ें-आयुर्वेद और एलोपैथी के विवाद में अनिल विज की एंट्री, बाबा रामदेव और IMA को दी सलाह
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 13 साल बाद बाबा रामदेव गांव में पहुंचे थे और महज 5 मिनट में ही वह यहां से चले गए. गांव वालों के द्वारा जब कुछ कहा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि ना तो उन्होंने उनके लिए कुछ किया और ना ही उनके द्वारा गांव के लिए कुछ किया गया तो अब हमारा हिसाब बराबर हुआ. बाबा रामदेव के गांव वालों ने कहा कि रामदेव उनके लिए केवल एक व्यापारी है.
बहरहाल, भले ही पूरे विश्व में बाबा रामदेव विश्व योग गुरु के नाम से जाने जाते हैं. उनका कारोबार कितना ही बड़ा क्यों ना हो, लेकिन बाबा रामदेव का उन्हीं गांव में कुछ अच्छा खासा प्रभाव नहीं है. बाबा के खिलाफ लोगों की नाराजगी साफ झलक रही थी.
ये भी पढ़ें-बाबा बोले- किसी के बाप में दम नहीं जो रामदेव को गिरफ्तार कर सके, वीडियो वायरल