कुरुक्षेत्र: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र पूरी दुनिया में महाभारत युद्ध और गीता की जन्मस्थली के रूप में जानी जाती है. हर साल यहां लाखों श्रद्धालु श्रीकृष्ण की कर्मस्थली के दर्शन के लिए पहुंचती है. श्रद्धालुओं के लिए महाभारत की इस धरती का विकास कार्य जोरों पर है. सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से इस तीर्थ स्थल को और भव्य बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इन्ही एक विकास कार्यों में है ज्योतिसर तीर्थ स्थल पर बन रहे वर्चुअल म्यूजियम (virtual museum in kurukshetra) की.
कई एकड़ भूमि पर बनाए जा रहे वर्चुअल म्यूजियम को करीब 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया जा रहा है जो करीब 1 साल में तैयार होगा. इस म्यूजियम में महाभारत का चित्रण किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को असली में महाभारत काल में पहुंचने का अनुभव मिलेगा. इस म्यूजियम में देश की सबसे अच्छी और नई तकनीक का प्रयोग किया जाएगा.
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (kurukshetra development board) के मानद सचिव मदन मोहन चावला का कहना है कि बोर्ड का उद्देश्य है कि कुरुक्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि दिलाने का काम करना. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र को भारत की सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लिए भी हम लोग भरपूर प्रयास कर रहे हैं. उनमें से यह एक पहल है ज्योतिसर तीर्थ स्थल पर महाभारत के चित्रण के लिए वर्चुअल म्यूजियम बनाना. इसमें महाभारत का चित्रण तो किया ही जाएगा, साथ में हरियाणा की संस्कृति भी इसमें दर्शाई जाएगी जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियां यह जानें कि महाभारत काल कैसा था. इससे कुरुक्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा (tourism in kurukshetra) मिलेगा.
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बैंगलोर से आईं श्रद्धालु गार्गी तिवारी ने कहा कि कुरुक्षेत्र का किस्सा हिंदुओं की मान्यताओं और आस्था से जुड़ा है. हमारे काव्य ग्रंथों में से एक महाभारत और गीता है इसलिए हम यहां पर आते रहते हैं. लेकिन जैसे ही उनको अब स्थानीय लोगों से जानकारी मिली कि यहां पर वर्चुअल म्यूजियम बनाया जा रहा है. जहां पर महाभारत का चित्रण किया जाएगा तो काफी खुशी है कि यहां पर इतना अच्छा काम किया जा रहा है.