कुरुक्षेत्र:इंटरनेशल गीता महोत्सव के कार्यक्रमों का आगाज 18 नवंबर से गीता रन (दौड़) के साथ किया जाएगा. कोरोना महामारी के बाद इंटरनेशनल गीता महोत्सव 2022 (International Gita Mahotsav 2022)का आयोजन भव्य तरीके से किया जाएगा. महोत्सव को लेकर ब्रह्मसरोवर का कायाकल्प किया गया है. वहीं आस-पास के क्षेत्र को भी खूबसूरत बनाने के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. ब्रह्मसरोवर परिसर और आस-पास के क्षेत्र में रंग बिंरगी लाइंटें लगाई जा रही है.
इंटरनेशनल गीता महोत्सव में पहुंचेगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, 19 नवंबर से होगा आगाज
धर्म नगरी कहे जाने वाले कुरुक्षेत्र में इंटरनेशनल गीता महोत्सव का आगाज 19 नवंबर से हो रहा है. कार्यक्रम का आयोजन ब्रह्मसरोवर पर होना है. गीता महोत्सव का कार्यक्रम छह दिसंबर तक चलेगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 29 नवंबर को ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ और पूजन से मुख्य कार्यक्रमों का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा.
ब्रह्मसरोवर पर लगी ग्रिल से लेकर सदरियों की भी रंगाई-पुताई की जा रही है. वहीं सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन स्थलों का भी सुंदरीकरण किया जा रहा है. इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2022 (International Gita Mahotsav 2022) में नेपाल पार्टनर देश एवं मध्यप्रदेश पार्टनर राज्य की भूमिका में रहेंगे.
ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पैवेलियन लगाया जा रहा है जिसमें उनकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित स्टॉल आकर्षण का केन्द्र रहेंगे. अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में 19 नवंबर से 27 नवंबर तक संत मुरारी बापू द्वारा ब्रह्म सरोवर पर श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा.
इंटरनेशनल गीता जयंती महोत्सव (International Gita Jayanti Festival) की वजह से क्राफ्ट और सरस मेले का आयोजन 19 नवंबर से छह दिसंबर तक किया जाएगा. इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से चार दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे. इतना ही नहीं प्रदेश सरकार की तरफ से प्रदेश के प्रत्येक जिले में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इंटरनेशनल गीता फेस्टिवल को लेकर तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. उधर बताया जा रहा है कि स्टॉल लगाने के लिए करीब 1200 शिल्पकार देशभर से आएंगे, जिनके लिए अभी से ब्रह्मसरोवर पर तैयारी शुरू कर दी गई है.