हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

सिर्फ 3 रुपये में रेल यात्रियों को मिल सकेगा RO का पानी, ये है प्लान - NIT KURUKSHETRA

कुरुक्षेत्र एनआईटी के छात्रों ने रेल में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के लिए कम पैसे में आरओ का पानी उपलब्ध करवाने का प्लान तैयार किया है. प्रोजेक्ट की फाइल एनआईटी प्रशासन ने नई दिल्ली में रेलवे अधिकारियों के सामने रख दी है.

सिर्फ 3 रुपये में रेल यात्रियों को मिल सकेगा RO का पानी, जानिए कैसे

By

Published : Jun 17, 2019, 9:34 AM IST

कुरुक्षेत्र: ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को सस्ती कीमत पर पानी वो भी आरओ का मीठा और स्वच्छ पानी देने की दिशा में एक प्रोजेक्ट बनाया गया है. जिसके तहत रेल यात्रियों को 3 रूपये प्रति लीटर की दर से पानी मुहैया कराया जाएगा.

NIT के छात्रों ने बनाया प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) कुरुक्षेत्र के बीटेक सेकंड इयर के स्टूडेंट्स ने बनाया है. प्रोजेक्ट की फाइल एनआईटी प्रशासन ने नई दिल्ली में रेलवे अधिकारियों के सामने रखी थी, अब इसे रेलवे मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी.

इस प्रोजेक्ट के तीन उद्देश्य रखे गए हैं :

  • प्लास्टिक बोतल की खपत को कम करना
  • लोगों को सस्ती दर पर बेहतर पानी देना
  • लोगों को रोजगार देना
  • इस प्रोजेक्ट को छात्रों ने रेलवे की कमाई से भी जोड़ा है. जिसके चलते दो हजार ट्रेन में प्रोजेक्ट लगाने पर रेलवे को हर साल 100 करोड़ रुपए देने का प्रावधान रखा गया है.

ये भी पढ़े:सावधान! हरियाणा में अगले तीन दिन धूल भरी आंधी की चेतावनी

ये है पूरा प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट के तहत ट्रेन के एक टॉयलेट में 300 लीटर का वाटर कूलर फिट किया जाएगा. जिसके ऊपर 650 लीटर आरओ युक्त पानी का टैंक रखा जाएगा. यह वॉटर कूलर 150 लीटर पानी प्रति घंटा ठंडा करेगा. वहीं कूलर का पानी खत्म होने से पहले प्रत्येक जंक्शन पर आरओ युक्त पानी पहले ही तैयार रहेगा, इससे टैंक को तुरंत आसानी से भरा जा सकेगा.

प्रोजेक्ट से होगा 189 करोड़ का फायदा
एक कोच में 72 यात्री होते हैं और एक ट्रेन में 15 कोच होते हैं. एक यात्री पूरे दिन में करीब दो लीटर पानी पीता है. ऐसे में एक ट्रेन से एक महीने में तीन रुपए प्रति लीटर की दर से पानी बेचकर एक लाख 94 हजार 400 रुपए की कमाई होगी.

वहीं एक साल में ये कमाई 23 लाख 32 हजार 800 रुपए होगी. अगर ट्रेन से सभी खर्च निकाल लिए जाए तो उसके बाद नौ लाख 48 हजार 960 रुपए की बचत प्रति ट्रेन सालाना होगी. ऐसे में दो हजार ट्रेन से ये बचत सालाना करीब 189 करोड़ रुपए की होगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details