कुरुक्षेत्र: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar lal khattar) रविवार को गीता ज्ञान संस्थानम् केन्द्र में (Gita Mahotsav in Kurukshetra) पहुंचे. यहां पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द, बाल योगी उमेश नाथ महाराज उज्जैन से मिले और काफी देर बातचीत की. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र सांस्कृतिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान बना रहा है. इस धरा से ही हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश देकर पूरी दुनिया को ज्ञान देने का काम किया है.
सीएम ने कहा कि इस ज्ञान को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिये ही सरकार की तरफ से एक छोटे से कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को स्वरूप दिया गया. अहम पहलू ये है कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 में एक महाकुंभ की तरह आयोजन करने के लिये एक समन्वय कमेटी बनाई जायेगी. इस समन्वय कमेटी में कुरुक्षेत्र ही नहीं पूरे प्रदेश की समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया जायेगा.
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गीता जयंती को एक छोटे से स्तर पर मनाया जाता था, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद वर्ष 2016 से इस महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का एक बड़ा स्वरूप दिया गया. उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के तीर्थ स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है. इस धरा को एक तीर्थ स्थल के रूप में सरकार विकसित करने का काम कर रही है.