कुरुक्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव 2019 में कानपुर के हस्त कलाकार की बनाई गई मूर्तियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. हाथों से बनी हुई मूर्तियां लोगों को पसंद आ रही हैं. गीता जयंती महोत्सव में उत्तर प्रदेश के कानपुर का स्टॉल लगा है. इस स्टॉल में बनी मूर्तियां लोगों को खूब भा रही हैं.
कानपुर की स्टॉल चर्चा का विषय
स्टॉल संचालक रंजना ने बताया कि वो यहां पहली बार आई है. मूर्तियों की खासियत ये है कि ये मूर्तियां जूट और साइकिल के रिम से निकली तारों से तैयार की गई हैं. रंजना के परिवार के सभी सदस्य मूर्ति बनाते हैं. इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रंजना के परिवार को दो बार सम्मानित भी कर चुके हैं.
गीता जयंती महोत्सव में कानपुर के स्टॉल की धूम, देखें वीडियो जूट से बनी मूर्तियों को पसंद कर रहे हैं लोग
रंजना के मुताबिक इन्हीं मूर्तियों की वजह से उनका रोजगार चलता है. पीढ़ी दर पीढ़ी वो मूर्ति बनाने के काम को करते आ रहे हैं. रंजना सरस मेले के लिए स्पेशल मूर्तियां बनाकर लाई हैं. इन्में राधा कृष्ण और मीरा की मूर्तियां विशेष हैं. ये मूर्तियां लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.
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एक मूर्ति को बनाने में लगता है पूरा दिन
रंजना ने बताया कि एक मूर्ति को बनाने में लगभग पूरा 1 दिन लग जाता है और उसका पूरा परिवार ही मूर्तियां बनाता है. रंजना ने मेले में अपनी मूर्तियों की कीमत ₹200 से लेकर ₹800 तक की रखी है. जैसे-जैसे मेले में भीड़ बढ़ रही है. वैसे ही उन्हें मुनाफा भी हो रहा है.